Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा के दीघा पंचायत अन्तर्गत हतनाबुरू गांव में मंलवार को सुखराम बहंदा की अध्यक्षता में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई. बैठक में छोटानागरा से कुलायबुरू तक बनने वाली नौ किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर विचार-विमर्श किया गया. सड़क का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग कार्य प्रमंडल चक्रधरपुर से किया जा रहा है. जिसका ठेकेदार जितेन्द्र प्रसाद गुप्ता हैं. सड़क निर्माण कार्य में मजदूरों को न्युनतम मजदूरी के नाम पर 230-240 रुपये ही दिया जा रहा है. विगत दो माह से मजदूरों को मजदूरी भी नहीं दी जा रही है.
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तीन मई को सौंपा जाएगा स्मार पत्र
इस सबंध में “आस” संयोजक ने 22 मार्च को सड़क निर्माण में अनियमितता बरतने एवं निर्माण कार्य में नदी और जंगल का बोल्डर लगाए जाने की शिकायत की थी. संयोजक ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग मुख्य सचिव के माध्यन से झारखंड सरकार को ज्ञापन सौंपा था. लेकिन अब-तक कोई कर्रवाई नहीं की गई. ठेकेदार की मनमानी से नाराज होकर ही ग्रामीण और मजदूरों ने बैठक कर निर्णय लिया कि जब तक मजदूरों की न्युनतम मजदूरी 346 रुपया सुनिश्चित नहीं होगा और गुणवतापूर्ण कार्य की गारन्टी नहीं होगी, तब तक निर्माण कार्य बन्द रखा जाएगा. इस संबंध में सुशील बारला ने कहा कि तीन मई को मुख्य सचिव झारखंड सरकार से मिलकर स्मार पत्र सौंपा जायेगा. बैठक में पोंगा, होलोंगउली, हतनाबुरू एवं उसरूईया के मुंडा और ग्रामीण उपस्थित थे. बैठक का संचालन मुंडा सोमा होनहागा ने किया.
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