Kiriburu (Shailesh Singh) : रोवाम गांव में पिछले दो वर्षों से निर्माणाधीन उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निर्माण कार्य अब तक पूर्ण नहीं होने से नाराज गंगदा एवं बुंडू पंचायत के ग्रामीण एनएच-33 सड़क को जाम करेंगे. इस संबंध में गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल, रोवाम गांव के मुंडा बुधराम सिद्धू, दोदारी गांव निवासी मंगल कुम्हार ने बताया की नक्सल प्रभावित गंगदा एवं बुंडू पंचायत के गांवों में चिकित्सा की कोई सुविधा नहीं है. बीमार ग्रामीण इलाज के अभाव में निरंतर दम तोड़ते आ रहे हैं. दोनों पंचायतों के सुदूरवर्ती गांवों के अधिकांश ग्रामीण चिकित्सा सुविधा के अभाव में अंधविश्वास का सहारा लेकर जंगल की जड़ी-बूटी या झाड़-फूक का सहारा लेकर इलाज करने को मजबूर रहते हैं.
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ठेकेदार व जेई की मिलीभगत
सरकार ने रोवाम गांव में उप स्वास्थ्य केन्द्र खोलने का निर्णय लिया है. इसके लिए नया भवन का निर्माण दो वर्ष पूर्व मनोहरपुर के ठेकेदार द्वारा बनवाना प्रारम्भ कराया गया. दुख की बात यह है कि यह भवन प्रारम्भ से हीं भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़ा हो रहा है. इसका विरोध करते हुए प्रारम्भ में कार्य को रोका गया था. लेकिन आज तक इसकी जांच नहीं हुई. कार्य से जुडे़ जेई कभी कार्य स्थल पर गुणवत्ता की जांच करने नहीं आते हैं. ठेकेदार व जेई की मिलीभगत से यह अस्पताल भवन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और आज तक भवन का निर्माण कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है. अगर समय पर यह उप स्वास्थ्य केन्द्र बन गया होता तो यहां चिकित्सा सेवा प्रारम्भ हो गई होती. जिसका लाभ दोनों पंचायतों के ग्रामीण मरीजों को मिलता.
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ग्रामीणों में आक्रोश
उन्होंने कहा कि इसी मामले को लेकर रोवाम, घाटकुड़ी, गंगदा ,बुन्डू, हाकाहाटा, अगरवां, कदालसोकवा आदि गांव के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. सभी ग्रामीण जल्द हीं इस मामले को लेकर सलाई चौक के पास एनएच 33 सड़क को तब तक जाम रखेंगे, जबतक की मामले की जांच एवं अस्पताल निर्माण व स्वास्थ्य सुविधा प्रारम्भ करने की एक निश्चित समय-सीमा प्रशासन निर्धारित नहीं करती है.
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