Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की किरीबुरु खदान प्रबंधन ने टाउनशिप की जनता के साथ एक आंख में काजल तो एक आंख में सुरमा लगाने जैसी भेदभाव कर रही है. यह आरोप प्रोस्पेक्टिंग क्षेत्र की जनता का है. किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय एवं सिविल विभाग के महाप्रबंधक डी बी जयकर के नेतृत्व में लगभग 35-40 वर्षों बाद एक साथ किरीबुरु टाउनशिप की तमाम जर्जर सड़कों का ऐतिहासिक निर्माण कराया गया है. कुछ सड़कों का निर्माण कार्य जारी है. प्रबंधन के इस कदम से तमाम शहरवासी एवं सेलकर्मी काफी खुश है एवं सेल प्रबंधन को निरंतर बधाई दे रही है.
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दूसरी तरफ किरीबुरु टाउनशिप का हीं हिस्सा तथा सबसे पुराना प्रोस्पेक्टिंग टाउनशिप की तमाम जर्जर सड़कों का निर्माण हेतु किरीबुरु प्रबंधन द्वारा अब तक कोई कार्य प्रारम्भ नहीं किये जाने की वजह से इस क्षेत्रों में निवास करने वाले लगभग 300 परिवार मर्माहत व नाराज हैं. प्रोस्पेक्टिंग का तमाम आवास सेल की किरीबुरु प्रबंधन का है जिसमें सेलकर्मी, ठेकेदार व प्राईवेट लोग रहते हैं. ठेकेदार व कुछ प्राईवेट सेल को आवास का भाडा़ भी देते हैं जबकि अनेक अवैध तरीके से भी रहते हैं. प्रबंधन प्रोस्पेक्टिंग आवासीय क्षेत्र को लंबे समय से उपेक्षा की नजर से देख रही है और इस टाउनशिप के विकास पर ध्यान नहीं दे रही है.
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प्रोस्पेक्टिंग के लोगों का कहना है कि अगर सेल प्रबंधन हमारे क्षेत्र की जर्जर सड़कों का विकास नहीं कर सकती है तो वह सरकार को आदेश कर दे ताकि सरकार यह सड़कों का निर्माण करा सके. इस क्षेत्र की तमाम सड़कें बडे़-बडे़ गड्ढों में तब्दिल हो गया है. रात अथवा दिन में पैदल चलने वाले लोग इस गड्ढे में ठोकर खा गिरकर लहुलुहान हो जाते हैं. सभी की प्रबंधन तथा विकास पुरुष के नाम से मशहूर सीजीएम कमलेश राय से आस है कि वह हमारी पिडा़ को समझ इस सड़क का भी निर्माण करायेंगे.