Koderma : झुमरीतिलैया शहर के बाईपास पुल के समीप स्थापित सीआरपीएफ के शहीद जवान शशिन्द्र कुमार शर्मा की प्रतिमा स्थल पर दीपावली के दिन रात 9 बजे तक अंधेरा छाया रहा. नगर परिषद कार्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित एकमात्र शहीद स्मारक होने के बावजूद भी नगर परिषद के द्वारा न ही शहीद स्थल की साफ सफाई कराई गई और न ही उचित लाइटिंग की व्यवस्था की गई.
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प्रतिमा स्थल पर परिजनों ने जलाया दीप
वहीं देर शाम तक प्रशासन से कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी शहीद की प्रतिमा पर दीप जलाने नहीं पहुंचा. इसके बाद करीब रात 9 बजे शहीद के परिजन शहीद की प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और दीप जलाया. इस मौके पर शहीद शशिन्द्र कुमार शर्मा के भाई यतीन्द्र शर्मा ने बताया कि उनका भाई 10 जून 2012 को गया में नक्सलियों से लोहा लेते हुए आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल होने के बाद वह देश के लिए शहीद हो गए.
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आश्वासन को नहीं किया गया पूरा
शशिन्द्र कुमार शर्मा की शहादत पर जिला प्रशासन समेत अन्य कई संगठनों ने उन्हें बड़े-बड़े आश्वासन दिये थे लेकिन इसके बाद आज तक सहयोग के लिए कोई भी आगे नहीं आया. यहां तक की बाईपास में नेशनल हाईवे के निर्माण के दौरान शहीद की प्रतिमा को भी उचित स्थान नहीं दिया गया. उन्होंने अपने निजी खर्च पर प्रतिमा स्थल को बनवाया. उन्होंने बताया कि प्रकाश के पर्व दीपावली के दिन भी प्रशासनिक पदाधिकारियों की बड़ी उदासीनता शहीद के प्रति देखने को सामने आई है, जो काफी निराशाजनक है. उन्होंने नगर प्रशासन एवं जिला प्रशासन से शहीद स्थल का सौंदर्यीकरण कराते हुए उचित लाइट की व्यवस्था करने की मांग की. इस मौके पर शहीद के बड़े भाई समेत अन्य कई लोग मौजूद थे.