: जयंत सिन्हा ने संसदीय समिति की बैठक की अध्यक्षता की समेत 4 खबरें
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बुजुर्गों के सम्मान पर जोर
इस मौके पर कक्षा प्रथम की बहनों द्वारा नानी तेरी मोरनी,कक्षा द्वितीय के बहनों द्वारा दादी अम्मा दादी अम्मा, कक्षा चतुर्थ के बहनों द्वारा पापा मेरे पापा और कक्षा सप्तम की बहनों द्वारा सबसे प्यारी दादी अम्मा गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया. बच्चों की प्रस्तुति लोगों को काफी पसन्द आया. विद्यालय के सचिव अनुराग सिंह ने कहा कि आज हमारे परिवार में दादा-दादी, नाना नानी और बुजुर्गों का स्थान ही छिन गया है. ऐसे समय में सरस्वती शिशु मंदिर एक ऐसा विद्यालय है, जहां बच्चों में संस्कार और नैतिकता का पाठ पढ़ाया जाता है. मुख्य अतिथि डॉक्टर राजन कुमार ने कहा कि जिनके घर में दादा दादी, नाना नानी के द्वारा बच्चों को जो कहानी सुनाई जाती है, उससे उन्हें संस्कार, कर्तव्य निष्ठा, अनुशासन, नैतिकता देश प्रेम आदि गुणों का विकास होता है. इसे भी पढ़ें :पिपरवारः">https://lagatar.in/piparwar-production-and-dispatch-of-ccl-stalled-for-three-hours/">पिपरवारःतीन घंटे ठप रहा सीसीएल का उत्पादन और डिस्पैच [wpse_comments_template]
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