Koderma: केंद्र सरकार ने सैनिक स्कूल तिलैया के छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल शशांक शेखर मिश्रा को ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ से सम्मानित करने की घोषणा की है. सैनिक स्कूल तिलैया के लिए यह गौरव की बात है. लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा सेना में 39 सालों की सेवा के बाद, पिछले साल जुलाई में क्यूएमजी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. क्यूएमजी के पद पर वे दो साल रहे. लेफ्टिनेंट जनरल ने अपनी पढ़ाई सैनिक स्कूल तिलैया से की. जिसके बाद उनका चयन जुलाई 1979 में एनडीए, खड़गवासला के लिए हुआ. उनके नेतृत्व में उनकी बटालियन पंजाब में पाकिस्तान से लगती सीमा पर ”ऑपरेशन पराक्रम” का हिस्सा रहने से लेकर अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर भी तैनात रही है.
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उन्होंने इनफेन्ट्री ब्रिगेड, माउन्टेन डिविजन व माउन्टेन स्ट्राइक कोर की कमान में प्रशंसनीय कार्य किया. असाधारण व श्रेष्ठ कार्य के लिए ये सेना के प्रतिष्ठित अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किये जा चुके हैं. लेफ्टिनेंट जनरल शशांक शेखर मिश्रा ने पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों के हित को सदा सर्वोपरि समझा है. उनके प्रयासों के कारण ही कई जगहों पर पूर्व सैनिकों के लिए सीएसडी कैंटीन की सुविधा बहाल हुई है. सैनिक स्कूल तिलैया के लिए यह गौरव की बात है कि यहा से प्रशिक्षित छात्र ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
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