बेड तो 4 ही हैं, पर टारगेट पूरा करना है : डॉ अनिल
नियमानुसार नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिलाओं को ठंड और संक्रमण से बचाने के लिए बेड पर लिटाना जरूरी होता है. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद आला अधिकारियों ने कार्रवाई की बात कही है. इस बाबत स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल ने टारगेट का हवाला देते हुए कहा कि भले ही सुविधा ना हो, लेकिन हमें तो ऑपरेशन करना ही करना है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड तो 4 ही हैं, लेकिन ऑपरेशन का टारगेट बड़ा मिला है, जिसे पूरा करने के लिए स्वास्थ्यकर्मी जी जान से लगे हुए हैं. भले ही स्वास्थ्य कर्मी जी जान से लगे हों, मरीजों की जान तो हलक में ही दिखती है.जिस स्वास्थ्य कर्मी ने पैसा लिया है, उसका नाम बताएं
पैसे लेने की बात पर भी स्वास्थ्य प्रभारी का कहना है कि जिस स्वास्थ्य कर्मी ने पैसा लिया है, उसका नाम बताएं. अब बेचारे मरीज स्वास्थ्य कर्मी का नाम पूछे या अपना इलाज करवाये. बहरहाल कोडरमा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत को देखकर तो यही अंदाज लगाया जा सकता है कि मरीजों का इलाज आज भी बीमार हॉस्पिटल में ही किया जाता है. इसे भी पढ़ें – 25">https://lagatar.in/pesa-rule-could-not-be-made-in-jharkhand-after-25-years/">25साल बाद भी झारखंड में नहीं बन पाया पेसा रूल [wpse_comments_template]
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