- झरनाकुंड धाम से जल लेकर कांवरियों ने करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय की
: हाथियों ने मचाया उत्पात, महिला की ली जान)
करीब 24 वर्षों से कांवरियां झरनाकुंड धाम से जल उठाकर जाते हैं ध्वजाधारी धाम
alt="" width="1280" height="576" /> आपको बता दें कि लगभग 24 वर्षों से लोग झरनाकुंड धाम से जल उठाकर ध्वजाधारी धाम जाते हैं और बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित करते हैं. कहा जाता है कि पहली बार जब लोग यहां से जल लेकर ध्वजाधारी धाम जा रहे थे, तब केवल 50 कांवरिया ही होते थे. लेकिन आज लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं और जल उठाकर भोलेनाथ को जल अभिषेक करने जाते हैं. इतना ही नहीं झरनाकुंड से जल उठानकर ध्वजाधारी धाम जलाभिषेक करने आसपास के लगभग 5-6 जिलों से लोग आते हैं. इसे भी पढ़ें : कौलेश्वरी">https://lagatar.in/kauleshwari-temple-here-is-the-confluence-of-three-religions/">कौलेश्वरी
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