हत्याकांड: पीड़ित परिवार को दिया गया दस लाख मुआवाजा, HC में सरकार ने बताया
पैसे गोलमाल करने का आरोप
कुल मिलाकर मजदूरी के 2 लाख 85 हजार होते हैं. जिसे उसके फर्जी हस्ताक्षर से तत्कालीन पोस्ट मास्टर वरुण कुमार द्वारा निकासी कर ली गई है. उन्होंने कहा है कि जब भी वह अपनी मानदेय के शेष राशि की मांग करती थी तो उस समय के तत्कालीन पोस्ट मास्टर वरुण कुमार की ओर से उसे धमकी दिया जाता था कि उसकी पहुंच विभाग के ऊंचे पदाधिकारियों तक है, वह उसे नौकरी से हटा देगा. भुक्तभोगी डाक वाहक महिला ने कहा है कि इस संबंध में उसने विभाग के वरीय पदाधिकारियों से भी शिकायत की थ.। मगर सभी ने चुप्पी साध ली है. महिला कर्मी ने कहा है कि तत्कालीन पोस्ट मास्टर वरुण कुमार को अपने अधिवक्ता के माध्यम से लीगल नोटिस भी पूर्व में भिजवाया था, जिसे उसने लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उसने 8 जून को पुनः अपने अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भिजवाया था. जिसे उसने प्राप्त कर जवाब भी दिया मगर राशि लौटाने से इंकार कर दिया. साथ ही उसे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी गई. महिला कर्मी ने कहा है कि इस घटना की जानकारी विभाग के लगभग सभी लोगों को है. मगर तत्कालीन पोस्ट मास्टर की ऊंची पहुंच के कारण विभाग में उसका दबदबा कायम है. इधर उनके आवेदन के आधार पर मामला दर्ज करते पुलिस पूरे मामले की जाँच में जुट गई है. इसे भी पढ़ें :जामताड़ा">https://lagatar.in/jamtara-i-am-not-the-governor-of-british-era-i-am-the-governor-of-independent-india-radhakrishnan/">जामताड़ा: मैं ब्रिटिश काल का गवर्नर नहीं, आजाद भारत का राज्यपाल हूं- राधाकृष्णन [wpse_comments_template]
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