अध्यक्ष ने बनायी नयी टीम, रघुवर दास, रमन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आशा लकड़ा, अनिल एंटनी राष्ट्रीय सचिव होंगे
नहीं होगा निर्धारित सीट से अधिक नामांकन
पिछले वर्षों की तरह इस बार विश्वविद्याय के कॉलेजों में यथासंभव विद्यार्थियों का नामांकन नहीं लिया जा सकता है. क्योंकि इस बार सभी कॉलेजों को हर विषय के लिए सीटें आवंटित कर दी गयी हैं. आवंटित सीटों पर ही कॉलेजों को नामांकन करना है. इसके बाद भी कुछ विद्यार्थी एडमिशन से वंचित रहते हैं, तो इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर से सरकार से सीटों की संख्या में वृद्धि करने की अनुमति लेनी होगी. इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-police-submitted-final-report-of-1887-criminal-cases-to-the-court-maximum-417-cases-of-ranchi/">झारखंडपुलिस ने 1887 आपराधिक मामलों की फाइनल रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी, सर्वाधिक रांची के 417 केस
पहले एकेडमिक काउंसिल ही लेता था निर्णय
इससे पूर्व छात्र संख्या को देखते हुए सीटें बढ़ाने पर विश्वविद्यालय का एकेडमिक काउंसिल ही निर्णय ले लिया करता था. जिस कॉलेज व विषय में सीटें बढ़ाने की आवश्यकता होती थी, वह कॉलेज विश्वविद्यालय को आवश्यकता से अवगत कराता था. उसके बाद विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में उस पर विचार-विमर्श कर सहमति प्रदान कर दी जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. इसे भी पढ़ें : आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-builder-selling-flat-for-80-80-lakhs-now-refusing-to-give-water-people-are-agitating/">आदित्यपुर: 80-80 लाख में फ्लैट बेच बिल्डर अब पानी देने से कर रहा इंकार, लोग कर रहे आंदोलन
Leave a Comment