ट्वीट के जरिये koo के प्रयोग को बढ़ावा
प्रकाश जावेडकर ने भी ट्विटर पर लिखा कि वे भी अब koo इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर हैश टैग मेक इन इंडिया माइक्रो ब्लॉगिंग मंच लिखा. जावेडकर ने ट्वीट के माध्यम से ट्वीटर के प्रति अपनी प्रतिक्रिया बताने की कोशिश की. मंत्रालय ने ट्विटर से कई चीजों को वापस लेने का आदेश दिया था. लेकिन ट्विटर ने इसका अभी पूरी तरह से पालन नहीं किया.I am now on #Koo">https://twitter.com/hashtag/Koo?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Koo
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— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) February">https://twitter.com/PrakashJavdekar/status/1360112046969286659?ref_src=twsrc%5Etfw">February
12, 2021
मंत्रियों ने लोगों से koo को अपनाने की अपील की
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पीयूष गोयल जैसे कुछ मंत्रियों ने लोगों से koo को यूज करने की अपील की. इससे koo के यूजर्स की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. koo एप के डाउनलोड में इस हफ्ते 10 गुना बढ़ गये हैं.30 लाख का आंकड़ा पार
koo के सह-संस्थापक मयंक बिदावत ने पीटीआई को बताया कि koo में लगभग 15 लाख सक्रिय यूजर्स है. अब koo के कुल 30 लाख यूजर्स हो गये हैं. ट्विटर के अब तक 1.75 करोड़ यूजर्स हैं. सभी मंत्री और पीएम ट्वीटर के माध्यम से जनता तक सारी बात पहुंचाते है. koo के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने भी ट्वीटर के माध्यम से ही koo एप की जानकारी दी.We are an Indian company registered in India and servers are in India. pic.twitter.com/NMe80IR99s
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— Aprameya R (@aprameya) February">https://twitter.com/aprameya/status/1359819657994137600?ref_src=twsrc%5Etfw">February
11, 2021
पिछले साल हुई koo की शुरुआत
अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावत ने पिछले साल koo की शुरुआत की थी. ताकि यूजर्स को अपनी बात कहने और भारतीय भाषाओं के मंच के साथ जुड़ने का अवसर मिल सके. यह हिंदी, तेलुगु और बंगाली सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है. इंफोसिस के पूर्व कार्यकारी टीवी मोहनदास पई द्वारा समर्थित है. यह पिछले साल सरकार द्वारा शुरू की गयी आत्मनिर्भर इनोवेशन चैलेंज के विजेताओं में से एक था. इसे भी पढ़े:पलामू">https://lagatar.in/palamu-bike-rally-held-under-32nd-road-safety-month-dc-shows-green-signal/26519/">पलामू: 32वां सड़क सुरक्षा माह के तहत निकाली गई बाइक रैली, डीसी ने दिखायी हरी झंडी