स्मार्ट मीटर का असर, पहली बार मुनाफे में बिजली कंपनी)
कोचिंग संस्थानों के लिए नीति बनाए केंद्र सरकार : महेश जोशी
राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने छात्रों की बढ़ती आत्महत्या पर चिंता जताया है. उन्होंने केंद्र सरकार से कोचिंग संस्थानों को लेकर नीति बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें अभिभावकों को कर्ज लेने की जरूरत न पड़े. क्योंकि यह भी छात्रों पर दबाव का एक बड़ा कारण है. उन्होंने कहा कि छात्रों पर पढ़ाई का दबाव होता है. इसके अलावा कई छात्रों पर यह भी दबाव होता है कि माता-पिता ने उनकी पढ़ाई के लिए पैसे उधार लिए हैं और अगर वे कामयाब नहीं हुए तो उनके माता-पिता का क्या होगा. छात्र घर और माता-पिता से दूर रहते हैं. इस वजह से भी बच्चों पर तनाव व दबाव बढ़ता है. जिसकी वजह से वो आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं. इसे भी पढ़ें : रांची">https://lagatar.in/ranchi-14-criminals-planning-to-execute-criminal-incident-arrested-weapons-recovered/">रांची: आपराधिक घटना को अंजाम की योजना बना रहे 14 अपराधी गिरफ्तार, हथियार भी बरामद
चार घंटे के अंतराल में दो छात्रों ने की आत्महत्या
बता दें कि रविवार को चार घंटे के अंतराल में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी. अविष्कार संभाजी कासले (17) ने रविवार अपराह्न करीब 3.15 बजे जवाहर नगर में अपने कोचिंग संस्थान की इमारत की छठी मंजिल से छलांग लगायी थी. कासले ने कुछ मिनट पहले ही कोचिंग संस्थान की तीसरी मंजिल पर एक परीक्षा दी थी. पुलिस के अनुसार, कासले की मौत के चार घंटे बाद नीट की ही तैयारी कर रहे आदर्श राज (18) ने शाम करीब सात बजे अपने किराये के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के पीछे की वजह कोचिंग संस्थानों द्वारा लिये जाने वाले नियमित टेस्ट में कम अंक आना है. इसे भी पढ़ें : पलामू">https://lagatar.in/palamu-excise-department-seized-12-thousand-liters-of-illegal-spirit/">पलामू: उत्पाद विभाग ने 12 हजार लीटर अवैध स्प्रिट किया जब्त [wpse_comments_template]
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