Ranchi: राज्य के तीन जिले सिमडेगा, लातेहार और पाकुड़ में बीते तीन महीने के भीतर कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. यह खुलासा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ओर से किए गए राष्ट्रव्यापी सीरो सर्वे में हुआ है. ICMR ने देश में तीसरी बार दिसंबर में सीरो सर्वे किया था. इसमें राज्य के तीन जिलों में सर्वे किया गया था.
इसे भी पढ़ें –लोकसभा में पीएम ने किसान कानून पर हंगामे को सोची-समझी साजिश बताया, विपक्ष का वॉकआउट
400 लोगों की हुई थी जांच
सीरो सर्वे में सिमडेगा में 400 लोगों के सैंपल लिए गए थे. इनमें 17 फीसदी लोगों में कोरोना के एंटीबॉडी पाए गए. इसी तरह पाकुड़ में 397 लोगों में 15.87 फीसदी और लातेहार में 398 लोगों में 12.06 फीसदी लोगों में कोरोना के एंटीबॉडी मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें – सरायकेला: पुलिस और 10 लाख के इनामी नक्सली महाराज प्रमाणिक के दस्ते के बीच मुठभेड़
पिछले सर्वे से बढ़ा आंकड़ा
इन तीन जिलों सिमडेगा, लातेहार और पाकुड़ में पिछले सीरो सर्वे से मरीजों की संख्या बढ़ी है. बीते साल जुलाई और अगस्त में नमूना लिया गया था. जिसमें पाकुड़ में 10 फीसदी, लातेहार में 2.7 फीसदी और सिमडेगा में 1.2 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाया गया था. इससे पहले मई व जून में हुए सीरो सर्वे में इन तीन जिलों को मिलाकर कुल 0.75 फीसदी कोविड-19 के एंटीबॉडी थे.
राज्य में फिर शुरू हुआ है सर्वे
राज्य के दस जिलों में एक बार फिर सीरो सर्वे शुरू किया गया है. सीरो सर्वे से यह पता लगाया जाता है कि किसी वायरस से कितनी आबादी संक्रमित हुई है. इस सर्वे में किसी भी संक्रामक बीमारी के खिलाफ लोगों के शरीर में पैदा हुए एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है.
सीरो सर्वे में किसी व्यक्ति के ब्लड सीरम का टेस्ट किया जाता है और यह देखा जाता है कि किसी संक्रमण के खिलाफ उसमें एंटीबॉडीज तैयार हुई है या नहीं. साथ ही यह भी पता चल जाता है कि कौन सा व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित था और फिलहाल ठीक हो चुका है.
इसे भी पढ़ें –निकाह के लिए मुस्लिम लड़की की उम्र 18 वर्ष होना जरूरी नहीं, युवा है तो चुन सकती है शौहर : हाई कोर्ट