Patna : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है. भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) दोनों प्रमुख दलों को बराबर 101-101 सीटें मिली हैं. जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के हिस्से में 29 सीटें आई हैं. वहीं छोटे सहयोगी दलों उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को मात्र 6-6 सीटों पर संतोष करना पड़ा है.
सीट बंटवारे के बाद कुशवाहा का भावुक संदेश
एनडीए का कहना है कि सभी सहयोगी दल इस फैसले से सहमत हैं. लेकिन अब भीतर ही भीतर असंतोष के संकेत मिलने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा सीट बंटवारे से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक भावुक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से माफी मांगी है.
प्रिय मित्रों/साथियों,
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) October 12, 2025
आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों - लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी…
आपके गुस्से को समझता हूं
कुशवाहा ने लिखा कि आप सभी से क्षमा चाहता हूं. आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी. मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से पार्टी के उम्मीदवार बनने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा. शायद आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा.
उन्होंने आगे लिखा कि आप सभी मेरी और पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे. कुशवाहा ने कहा कि कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो दिखती हैं, मगर कुछ ऐसी भी होती हैं, जो दिखाई नहीं देतीं.
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने और गुस्से को शांत करने की अपील करते हुए लिखा कि समय ही बताएगा कि यह फैसला कितना उचित या अनुचित था. कुछ आने वाला समय बताएगा.
24 सीटों की मांग, मिलीं सिर्फ 6
जानकारी के मुताबिक, उपेंद्र कुशवाहा ने शुरुआती दौर में 24 सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्हें केवल 6 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. यही वजह है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से नाराजगी तो नहीं जताई, लेकिन उनके पोस्ट के लहजे से असहमति के संकेत साफ झलकते हैं.
क्या बढ़ेगा एनडीए में अंदरूनी तनाव
कुशवाहा ने गठबंधन से अलग होने का कोई संकेत नहीं दिया है. लेकिन उनकी पोस्ट यह जरूर बताती है कि सबकुछ सहज नहीं है. आने वाला समय बताएगा जैसे शब्द यह संकेत देते हैं कि आने वाले दिनों में हालात बदल सकते हैं और एनडीए के भीतर मनमुटाव गहराने की आशंका बनी हुई है.
जहां एक ओर जीतन राम मांझी ने सीट बंटवारे को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई है और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी निष्ठा दोहराई है, वहीं कुशवाहा का रुख राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सोशल मीडिया पर किया गया सीट बंटवारे का ऐलान
इस बार एनडीए ने परंपरागत प्रेस कॉन्फ्रेंस की बजाय सोशल मीडिया के जरिए सीट बंटवारे का ऐलान किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, चिराग पासवान और कुशवाहा सहित सभी नेताओं ने अपने एक्स हैंडल से अलग-अलग पोस्ट कर इस फैसले की जानकारी दी.
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