- – कुल 443 पद स्वीकृत,
- – 244 अफसर-कर्मी ही कर रहे काम
- – 199 अफसर-कर्मियों के पद हैं रिक्त
- – प्रोन्नति नहीं होने के कारण 177 पद पड़े हैं खाली
- – विशेष सचिव के पांच व अपर आयुक्त के 19 पद खाली
Ravi Bharti
Ranchi : झारखंड के वाणिज्य कर विभाग का कैडर मैनेजमेंट चरमरा गया है. इसका असर सरकारी खजाने पर पड़ रहा है. विभाग में कुल 443 स्वीकृत पद हैं. लेकिन केवल 244 अफसर और कर्मी ही कार्यरत हैं, यानी 199 पद रिक्त पड़े हैं. वित्त सेवा के अधिकारियों में विशेष सचिव के पांच और अपर आयुक्त के 19 पद स्वीकृत हैं. लेकिन सभी पद खाली हैं. इसके नीचे के 177 पद प्रोन्नति नहीं होने की वजह से रिक्त हैं.
चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में राजस्व वसूली में गिरावट
पिछले साल के मुकाबले चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में वाणिज्य कर विभाग के राजस्व में 23.95 प्रतिशत की गिरावट आयी है. चालू वित्तीय वर्ष में राजस्व के रूप में 26,000 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य निर्धारित है. इसके एवज में जून के तीसरे सप्ताह तक वाणिज्य कर विभाग ने सिर्फ 4088.28 करोड़ रुपये की वसूली की है. यह वार्षिक लक्ष्य का सिर्फ 15.72 प्रतिशत है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में वाणिज्य कर विभाग ने 1755.02 करोड़ रुपये की वसूली की थी.
जीएसटी से भी लक्ष्य से कम राजस्व की वसूली
जीएसटी से भी लक्ष्य से कम राजस्व की वसूली हुई है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में जीएसटी से 14,000 करोड़ टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा गया था. इसके एवज में 12481.77 करोड़ रुपये की ही वसूली हुई. परिणामस्वरूप, वाणिज्य कर विभाग लक्ष्य से 1518.23 करोड़ पीछे रह गया. वहीं नॉन जीएसटी से 10,000 करोड़ रुपये के राजस्व की वसूली का लक्ष्य रखा गया था. इसके एवज में 8427.92 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पायी. यानी 1572.08 करोड़ की वसूली नहीं हो पायी.
कुल राजस्व का 60 फीसदी जीएसटी से आता
वाणिज्य कर विभाग कुल राजस्व संग्रहण का लगभग 60 प्रतिशत जीएसटी से वसूल करता है. शेष 40 प्रतिशत राजस्व झारखंड मूल्य वर्धित कर, विद्युत शुल्क और झारखंड पेशा कर से मिलता है. वित्तीय वर्ष 2023-2024 में जीएसटी, जेवैट, ईडी, जेपीटी सहित कुल वसूली का लक्ष्य 24,000 करोड़ था. लेकिन टैक्स से मिलने वाले राजस्व में सिर्फ 0.17 फीसदी का ही इजाफा हुआ. वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 21,075.37 करोड़ ही मिले. वहीं इससे पहले वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 21,040 करोड़ टैक्स के रूप में मिले थे.
किस साल कितना टैक्स मिला और कितने फीसदी का इजाफा
वित्तीय वर्ष |
राशि (करोड़ में) |
इजाफा (% में) |
2017-18 |
11368.00 |
06.00 |
2018-19 |
12953.07 |
13.94 |
2019-20 |
14286.28 |
10.29 |
2020-21 |
16147.19 |
13.03 |
2021-22 |
19750.75 |
22.31 |
2022-23 |
21040.00 |
06.35 |
2023-24 |
21075.00 |
00.17 |