Saurav Singh
Ranchi : वन विभाग में कार्यरत प्रिंस नामक रेंजर ने आइएफएस अधिकारियों के पोस्टिंग की दुकान खोल रखी है. शत्रुघ्न नामक एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत पुलिस सहित केंद्रीय जांच एजेंसियों से की है. पुलिस मुख्यालय ने सीआइडी को इस ट्रांसफर-पोस्टिंग की शिकायत की जांच का आदेश दिया है.
शत्रुघ्न ने शिकायती पत्र के साथ कुछ साल पहले प्रिंस द्वारा तैयार करायी जा रही ट्रांसफर पोस्टिंग की एक सूची का ऑडियो रिकार्डिंग सहित अन्य सबूत भी दिये हैं. ऑडियो में प्रिंस, शत्रुघ्न को फोन कर ट्रांसफर पोस्टिंग की सूची बनवा रहा है. इस सूची में दर्ज सभी अधिकारी उन्हीं स्थानों पर पदस्थापित हैं. इसमें रजनीश कुमार, सबा आलम सहित अन्य अधिकारियों का नाम है. सबा आलम पर तो विभाग भी मेहरबान है.
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान उनके क्षेत्र को योजना मद से सबसे ज्यादा पैसा आवंटित किया गया. ऑडियो की बातचीत से इस बात का पता लगता है कि सारंडा वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा कंजर्वेटर का चार्ज भी दिलाने का अनुरोध किया गया. साथ ही इसके लिए ज्यादा पैसा नहीं मांगने की बात कही. जवाब में प्रिंस ने कहा कि सर आपके लिए रिजनेबल रहेगा.
ट्रांसफर - पोस्टिंग की सूची तैयार करने के दौरान प्रिंस और शत्रुघ्न के बीच बातचीत का ब्योरा..
प्रिंस : आइएफएस का
शत्रुघ्न : जी
प्रिंस : हां, देखो तो
शत्रुघ्न : आइएफएस का
प्रिंस : कुमार उज्जवल
शत्रुघ्न : जुलाई में, जून में, सत्यजीत सिंह, रजनीश कुमार और सात्विक. तीन आदमी का नाम है.
प्रिंस : हां. है ना. तीन आदमी कहां-कहां है. देखो तो.
शत्रुघ्न : सत्यजीत सिंह वर्तमान में अपर मुख्य संरक्षक सह निदेशक प्रसार वानिकी, नया पदस्थापन अपर मुख्य वन संरक्षक विकास, अतिरिक्त एमडी ऑफिस वन निगम का. रजनीश कुमार का था वन प्रमंडल पदाधिकारी पाकुड़. वर्तमान वन प्रमंडल पदाधिकारी बोकारो का. सात्विक जी संलग्न हैं दुमका वन प्रमंडल में. दुमका वन प्रमंडल में ही पोस्टिंग करना था.
प्रिंस : हां, और एगो लिखो. सबा आलम अंसारी, वन प्रमंडल पदाधिकारी पश्चिम. जाने वालों में कर दो जमशेदपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी जमशदपुर.
शत्रुघ्न : जी सर.
प्रिंस : लिखा. और एगो उज्जवल कुमार का भी होगा.
शत्रुघ्न : इसमें तो नहीं है.
प्रिंस : इससे पहले भेजे थे. उसमें होगा.
शत्रुघ्न : अच्छा. देख लेते हैं. इससे पहले वाला में तो नहीं है. अच्छा और देख लेते हैं.
प्रिंस : उज्जल कुमार का देखो. कुमार उज्जवल होगा. देखो ना.
शत्रुघ्न : उज्जवल कुमार का नाम........ देख रहे हैं. सर
( इस बीच प्रिंस ने किसी अधिकारी से बातचीत की)
शत्रुघ्न : सर. प्रणाम
अधिकारी : हां प्रणाम.
प्रिंस : ठीक है सर. आप तो भुलिये गये सर.
अधिकारी : हंसते हुए धीरे से कुछ कहा.
प्रिंस : जी, जी, जी सर. और ठीके है सर.... होना है. आपका कोई है सर. अगर आपका कोई चैनल है तो कोई बात नहीं. अभी बताइये ना सर. अभी हमको नाम देना है तुरंत. नहीं एक आध ठो भी दे दीजिये ना. बाकी हम तो........ रांची, ऊंची में कोई इंटरेस्टेड है सर. तबीयत ठीक नहीं है सर आपका. ओ... छोड़ दीजिये सर. हम ऐसे ही आपसे एक बार पूछ लिये सर.
शत्रुघ्न : उज्जवल कुमार कहीं नहीं दिख रहा है सर.
प्रिंस : उज्जवल था तो, साला अनुसंधान या का तो में था. उसको हजारीबाग पूर्वी देना था.
शत्रुघ्न : हजारीबाग पूर्वी. एक बार तो लिखे थे उसका नाम. याद आ रहा है.
प्रिंस : हां. लिखे हो. लिखे हो. बाद में फिर हम लोग उसके हटा दिये थे.
शत्रुघ्न : जी. ऊ हटा दिये थे. इसी लिए इस लिस्ट में नहीं होगा.
प्रिंस : ऐं .. . चलो ठीक है.
शत्रुघ्न : नहीं है सर. इस लिस्ट में
प्रिंस : नहीं है. नहीं है.
शत्रुघ्न : नहीं है सर. डिलिट हो गया होगा. इसलिए सेव नहीं है.
प्रिंस : नहीं है ना. इ चारो रेडी है ना. कई गो हो गया. चार गो कि पांच गो
शत्रुघ्न : हां. इ चारो रेडी है. चार हुआ सर. सत्यजीत सिंह, रजनीश कुमार, सात्विक और सबा आलम. इ चार आदमी है.
प्रिंस : चार गो है. एगो रांची खोज रहे थे. इसके बाद प्रिंस किसी व्यक्ति को फोन कर पूछता है कि उज्जवल कुमार किस पोस्ट पर है.
व्यक्ति : डीएफओ.
प्रिंस : अरे डीएफओ तो हम जान ही रहे हैं. किस पोस्ट पर है. पोस्टिंग की जगह का क्या नाम है.
प्रिंस : शत्रुघन, तुम्हारा में नहीं है जी.
शत्रुघ्न : ऊ डिलिट कर के सेव किये होंगे. इसलिए नहीं है. लगता है इसकी जगह सौमित्र शुक्ला का नाम था. इसलिए सब जगह वही दिख रहा है.
प्रिंस : सौमित्र शुक्ला कहां था.
शत्रुघ्न : जी. सौमित्र शुक्ला थे सामाजिक वानिकी लातेहार में.
प्रिंस : सारंडा वाले का क्या नाम है. ऊ जो सारंडा डीएफओ हैं.
शत्रुघ्न : मोहन प्रकाश.
प्रिंस : किसी व्यक्ति को फोन मिला कर पूछा. सारंडा डीएफओ का क्या नाम है .
व्यक्ति : चंद्रमौली.
प्रिंस : सारंडा डीएफओ का नाम जानने के बाद किसी अधिकारी को फोन कर पूछा. सर, रांची डिविजन में कोई जाना चाहता है. कोई आपके सर्किल में है.
अधिकारी : सर्किल वाला तो ऐसा नहीं है कोई जाने वाला.
प्रिंस : कोई नहीं है.
अधिकारी : ना.. काहे रांची वाला हट रहा है क्या.
प्रिंस : नहीं. हट तो नहीं रहा है. लेकिन हट भी सकता है. इसलिए पूछ रहे हैं.
अधिकारी : कुछ हो रहा है क्या.
प्रिंस : हां हो रहा है. एगो दूगो नाम देना है, तो पूछ रहे थे.
अधिकारी : तो मेरा कंजरवेटर में करवा ना देते यहां.
प्रिंस : कौन कंजरवेटर. नामवा क्या है सर पूरा.
अधिकारी : चाईबासा कंजरवेटर में. ड्वेल चार्ज दे देते.
प्रिंस : शत्रुघ्न, लिखो तो. चंद्रमौली प्रसाद सिन्हा, वन प्रमंडल पदाधिकारी सारंडा. अतिरिक्त प्रभार प्रादेशिक अंचल चाईबासा. बगल में रिक्त कर देना.
प्रिंस : अधिकारी से, और कोई है सर.
अधिकारी : नहीं और कोई नहीं है. ज्यादा पैसा मत बोलियेगा.
प्रिंस : नहीं नहीं. आपके लिए रिजनेबल रहेगा सर. रांची में कोई नहीं है सर. अपना जैसा.
अधिकारी : देखते हैं. पता कर के.
प्रिंस : हंसते हुए. नहीं होगा सर. अभिए जाना है. पहले कोई हो जो इंटरेस्टेड हो या इस टाईप का.
अधिकारी : नहीं. यहा वाला तो कोई इंटरेस्टेड नहीं है.
प्रिंस : हजारीबाग तरफ. अच्छा एगो कुमार उज्जवल कौन पोस्ट पर है सर.
अधिकारी : विकास कुमार उज्जवल. डीएफओ है. आइएफएस है.
प्रिंस : किस पोस्ट पर है.
अधिकारी : मोनिटरिंग का डीएफओ
प्रिंस : हिंदी में का बोलेंगे.
अधिकारी : समामाजिक वानिकी मूल्यांकन एवं अनुश्रवण
प्रिंस : शत्रुघ्न को, लिखो तो, सामाजिक वानिकी मूल्यांकन एनं अनुश्रवण प्रमंडल रांची. इसको कर दो वन प्रमंडल पदाधिकारी हजारीबाग पूर्वी.
प्रिंस : तुरंत भेजो.