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पिंटू और डब्बू का कोयला जंगल में ही फंस गया
जानकारी के मुताबिक खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस के एक सीनियर अधिकारी के निर्देश पर कोयले के इस कारोबार पर रोक लगा दी गयी. इस कारण कोयला माफिया पिंटू और डब्बू का कोयला जंगल में ही फंस गया है. कोयला चोरों द्वारा गोंदलपुरा, रुद्दी, अंबा झरना व बेलवाटोंगरी से अवैध कोयला उत्खनन किया गया है. इस कोयले को गरकाही में डंप कर रखा गया है. यहां करीब 4-6 ट्रक कोयला पड़ा हुआ है. सेहदा, तिलैया व बसकटवा से अवैध कोयला का उत्खनन करके गरगलिया के जंगल में रखा गया है. यहां करीब 6-8 ट्रक कोयला पड़ा हुआ है. नापोखुर्द स्थित कोल क्रसिंग डिपो में करीब 6-8 ट्रक कोयला पड़ा हुआ है. इसी तरह उरीमारी और पसरिया में लगभग 16 से 20 ट्रक कोयला जमा करके रखा गया है. इसके साथ ही चरही थाना क्षेत्र के गरगलिया में भी 8 से 10 ट्रक कोयला जमा होने की सूचना है. इसे भी पढ़ें -मार्केट">https://lagatar.in/market-expert-christopher-wood-forecasts-the-stock-market-may-touch-the-level-of-100000-by-2026/">मार्केटएक्सपर्ट क्रिस्टोफर वुड का अनुमान, 2026 तक 100,000 के लेवल को छू सकता है शेयर बाजार
कोयला के अवैध कारोबारियों ने वन कर्मियों को घेर कर बुरी तरह पिटायी की थी
उल्लेखनीय है कि 9 दिन पहले वन विभाग की टीम ने छापामारी कर चार ट्रक अवैध कोयला जब्त किया था. स्थानीय पुलिस को पहले सूचना देने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची थी. कोयला के अवैध कारोबारियों ने वन कर्मियों को घेर कर बुरी तरह पिटायी की थी. शिवमंगल राम को बंधक बना लिया था. उन्हें तब तक नहीं छोड़ा गया था, जब तक अवैध कोयला लदे चारो ट्रक एनएच-33 (चरही रोड) तक नहीं पहुंच गया था. इस मामले में पुलिस के स्तर से कार्रवाई नहीं हुई. इस कारण पुलिस के अधिकारी सवालों के घेरे में हैं. इस पूरे अवैध धंधे में शामिल दीपक करमाली, मनोज साव इकरामुल का काम ट्रक और कोयले के संग्रह का जिम्मा है वहीं डब्बू और तबारक अधिकारी,पुलिस को मैनेज करने का काम देखते हैं. इसे भी पढ़ें -असम">https://lagatar.in/assams-683-madrassas-will-run-like-normal-schools-ban-petition-dismissed-high-courts-seal-on-assam-governments-law/">असमके 683 मदरसे सामान्य स्कूलों की तरह चलेंगे, रोक वाली याचिका खारिज, असम सरकार के कानून पर हाई कोर्ट की मुहर [wpse_comments_template]

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