Bermo : पाकुड़ DFO का पद 6 माह से खाली पड़ा था. इससे कोयला लोड कर चल रहे ट्रक चालकों को आए दिन परेशान होना पड़ रहा था. ट्रांजिट पेपर नहीं होने के कारण ट्रक को महेशपुर चेकनाका में रेंजर पकड़ लेता था. DFO की पोस्टिंग होने के बाद इस बारे में सुनवाई होने की बात कही जाती थी. 15 दिसंबर को Lagatar.in ने इस मामले को प्रमुखता से उठाकर ट्रक मालिकों को हो रही परेशानी को उजागर किया था. अब वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने परेशानी को दूर करने के लिए पाकुड़ DFO की पोस्टिंग की है. रजनीश कुमार को यहां की जिम्मेवारी दी गई है.
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राजीव रंजन बने प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी
इसके साथ ही अन्य वन अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है. वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है. पाकुड़ सहित अन्य जिलों में वन प्रमंडल पदाधिकारी को नियुक्त कर दिया है। वन संरक्षक एवं निदेशक प्रसार वानिकी दक्षिणी छोटानागपुर के अपर प्रबंधक राजीव रंजन को प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी एवं प्रतिपालक के पद पर पदस्थापित किया गया है. विकास कुमार उज्जवल भारतीय वन सेवा से संप्रति वन्य प्रमंडल लोहरदगा को वन प्रमंडल पदाधिकारी सामाजिक वानिकी योजना अनुश्रवण एवं मूल्यांकन प्रमंडल रांची की जिम्मेवारी दी गई है. हजारीबाग वन प्रमंडल पदाधिकारी मौन प्रकाश को प्रमंडलीय प्रबंधक लघु वन पदाधिकारी पदार्थ परियोजना प्रमंडल पदाधिकारी जमशेदपुर की जिम्मेवारी दी गई है. मनीष तिवारी को साहिबगंज वन प्रमंडल पदाधिकारी बनाया गया है. सुशील सोरेन वन प्रमंडल पदाधिकारी सिमडेगा को वन प्रमंडल पदाधिकारी सामाजिक वानिकी प्रमंडल दुमका भेजा गया है.
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DFO के नहीं रहने से रुके थे कई विभागीय काम
DFO के नहीं रहने से कई विभागीय काम रुके हुए थे. यहां तक कि हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर सरकार से डीएफओ पोस्टिंग कराने की मांग की गई थी. वहीं इस बीच पाकुड़ में कोल ट्रांसपोर्टरों की ट्रक पकड़ कर वनोपज ट्रांजिट शुल्क के नाम पर केस किया जा रहा था.