Ranchi : कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने के दौरान दी जाने वाली मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट में एक्सपायरी दवा को लेकर lagatar.in ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया, जिसका असर हुआ है. एक्सपायरी दवा
“लेवोसेल-एम” के मामले में रांची उपायुक्त छवि रंजन ने संज्ञान लिया है. उन्होंने डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर(डीपीएम) समरेश से एक्सपायरी दवा देने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा को लेकर उपायुक्त की ओर से विभाग को पत्र लिखा गया है.
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खबर चलते ही सदर अस्पताल प्रबंधन ने कही कार्रवाई की बात
लगातार पर खबर चलने के बाद सदर अस्पताल प्रबंझन ने भी निर्देश जारी किए हैं. कहा है कि मेडिसिन किट में एक्सपायरी दवा के मामले में सदर अस्पताल प्रबंधन द्वारा भी संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी. प्रबंधन की ओर से कहा गया कि कुछ किट पुराने थे, जिनमें लिवोसेम-एम नाम की दवा थी. ऐसे किट का वितरण होम आइसोलेटेड मरीजों को नहीं किया गया है. आज से जो किट होम आइसोलेटेड मरीजों को वितरित की गई हैं, उसमें यह दवाई नहीं है. भूलवश अगर दवा हो तो मरीज इसका सेवन ना करें. एसडीओ बुंडू श्री अजय कुमार ने कहा कि इस मामले में जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.
नवंबर महीने में ही एक्सपायर हो चुकी है दवा
यहां बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत दी गई है. होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को इंसिडेंट कमांडर(अंचलाधिकारी) के माध्यम से मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट दिया गया है. कोरोना किट में दवा के साथ सैनिटाइजर और ट्रिपल लेयर मास्क भी दी गयी है. लेकिन राहत किट बांटने में बड़ी लापरवाही हुई है. किट में एंटी एलर्जी की दवा(लेवोसेल-एम) लेवोसेट्रीजीन 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है. ये दवा सैकड़ों संक्रमितों तक पहुंच गयी है. टैबलेट 1 दिन में एक बार संक्रमित मरीज को खाना है. 10 दिन इस टैबलेट को मरीजों को खाने की सलाह दी गयी है.
एक्सपायरी दवा देने के पीछे डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर की लापरवाही -बुंडू एसडीएम
वहीं एक्सपायरी दवा के मामले में बुंडू के एसडीएम अजय कुमार साव ने कहा था कि उनके संज्ञान में भी एक्सपायरी दवा का मामला आया है. इस मामले की जानकारी रांची उपायुक्त को दे दी गयी है. एसडीएम बुंडू ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर(डीपीएम) समरेश कुमार की लापरवाही है.
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