Jamshedpur : सुंदरनगर के खुकड़ाडीह दुर्गापूजा मैदान में चल रहे श्रीमद्भागत कथा के पांचवें दिन वृंदावन से आये सुबल सुन्दरान्द जी महाराज ने अपने प्रवचन को आगे बढ़ाते हुये भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कहानी को सुनाया. उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण हिन्दू धर्म के भगवान हैं. उन्हें विष्णु भगवान का आठवां अवतार भी कहा गया है. उनका जन्म द्वापरयुग में हुआ था. उन्हें लोग कई नामों से जानते हैं. कोई कन्हैया, कोई गोपाल, लल्ला, केशव, वासुदेव, द्वारकाधीश आदि नाम से भी लोग उच्चारण करते हैं.
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राजा के बेटे का वध करने के लिये हुआ था जन्म
श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा के उग्रसेन राजा के बेटे कंस का वध करने के लिए हुआ था. पौराणिक कथाओं के अनुसार द्वापर युग में मथुरा के उग्रसेन राजा के बेटे कंस ने उन्हें सिंहासन से उतार कर कारागार में बंद कर दिया था और खुद को मथुरा का राजा घोषित कर दिया था. राजा की एक बेटी और एक बेटा था. बेटा कंस और बेटी देवकी. सुबल सुन्दरान्द जी महाराज ने पूरी कथा सुनायी और लोग भाव-विभोर होकर सुनते रहे.
इन्होंने दिया सक्रिय योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय दास, शशोधर दास, जगन दास, श्यामल दास, श्कितपद दास, गौतम दास, जगदीश महतो, दिलीप महतो, सुरज दास, अशोक, मनोज दास, समीर दास आदि ने सक्रिय योगदान दिया. कथा सुनने के लिये बड़ी संख्या में बस्ती के अलावा सुंदरनगर, जादूगोड़ा, नरवा और इसके आस-पास के इलाके के लोग भी पहुंचे हुये थे. प्रवचन का समापन 25 मार्च को होगा.
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