लालू परिवार को कोर्ट से बड़ी राहत
Patna : नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू परिवार को बड़ी राहत मिली है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव, बेटी हेमा यादव समेत अन्य आरोपियों को जमानत दे दी है. कोर्ट ने सभी को 50-50 हजार रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि के एक सिक्योरिटी बॉन्ड पर जमानत दी है.
वहीं भोला यादव को रेगुलर बेल मिली है. सुनवाई के दौरान वो आज कोर्ट में मौजूद थे. हालांकि तेज प्रताप और हेमा यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में उपस्थित हुए. बता दें कि इस मामले में लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत आठ आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी है.
सीबीआई की फाइनल चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने जारी किया था समन
गौरतलब है कि इससे पहले नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में 25 फरवरी को सुनवाई हुई थी. इस दौरान कोर्ट ने सीबीआई की ओर से लालू समेत 78 लोगों के खिलाफ दाखिल फाइनल चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए सभी आरोपियों (लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेज प्रताप व तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती व हेमा यादव सहित अन्य आरोपियों को समन जारी किया था. इनमें से तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश होने को कहा गया था.
नौकरी के बदले मिले 7 प्लॉट्स
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को जांच के दौरान पता चला कि रेलवे में नौकरी देने के बदले लालू यादव के परिवार को सात प्लॉट्स मिले. लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के नाम पर तीन, लालू की बेटी मीसा भारती के नाम पर एक, लालू यादव की दूसरी बेटी हेमा यादव के नाम पर दो और राबड़ी देवी की कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक प्लॉट मिले.
लालू यादव जब रेल मंत्री थे, उस दौरान रेलवे में ग्रुप डी पोस्ट पर भर्ती में हुआ घोटाला
2004-09 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे. उस दौरान रेलवे में ग्रुप डी पोस्ट पर भर्ती में घोटाला हुआ. इस क्रम में मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर, हाजीपुर मे कैजुअल भर्तियां हुईं. बाद में वह रेगुलर कर दी गयी. इन नौकरियों में रेलवे की भर्ती प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया. इन नौकरियों के बदले लालू परिवार के लोगों से लेकर कंपनी तक के नाम जमीनें लिखवाई गयी.