कार्यसमिति की बैठक में उठी मांग, झारखंड में झामुमो बड़ा भाई, उसी तरह मिले हक दूसरी खबर
भगवान भरोसे है सदर अस्पताल
alt="" width="600" height="400" /> Latehar: कहने को तो जिला मुख्यालय का सदर अस्पताल बहुमंजिला है. लेकिन अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे है. खास कर रात में अस्पताल में न तो चिकित्सक मिलते हैं और ना ही चिकित्सा कर्मी. सोमवार की रात ऐसा ही एक वाक्या सामने आया. शहर के बानुपर निवासी पंकज कुमार अपने पुत्र प्रखर राज को बीमारी की हालत में रात में सदर अस्पताल पहुंचे थे. उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. उस समय तकरीबन दस बजे रहे थे. लेकिन सदर अस्पताल में उस समय अस्पताल में कोई भी चिकित्सक नहीं था. वह काफी देर तक अस्पताल में भटकता रहा. काफी खोजबीन के बाद भी वहां कोई चिकित्सक नहीं मिले. अस्पताल के दूसरे तल्ले में पर स्थित इमरजेंसी डॉक्टर रूम में बाहर से कुंडी लगा था. काफी देर बात एक नर्स ने उसका इलाज किया. बता दें कि इससे पहले भी एक जुलाई की रात में भी पथ निर्माण विभाग के वरीय सहायक अजीत कुमार सिन्हा के एक 90 वर्षीय परिजन सदर अस्पताल आये थे. उनका बीपी हाई हो गया था और वे घर में गिर गये थे. लेकिन उस समय भी अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं था. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना सिविल सर्जन व अस्पताल उपाधीक्षक को भी दिया. बावजूद उनका इलाज नहीं हुआ. बाद में परिजन बाहर के एक मेडिकल स्टोर से इलाज करा कर उन्हें घर लाये. इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-extensive-discussion-on-industrial-development-of-kolhan-and-state-in-singhbhum-chamber-on-6th-july/">जमशेदपुर
: सिंहभूम चैंबर में कोल्हान व राज्य के औद्योगिक विकास पर व्यापक चर्चा 6 जुलाई को तीसरी खबर
पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख के खिलाफ लाया अविश्वास प्रस्ताव
alt="" width="600" height="400" /> Latehar: प्रखंड के पंचायत समिति सदस्यों ने लातेहार प्रखंड प्रमुख परशुराम लोहरा के खिलाफ अविस्ताव प्रस्ताव लाया है. मंगलवार को प्रखंड के 23 में से 17 पंचायत समिति सदस्यों ने अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आवेदन दिया है. उन्होंने नोटिस देकर विशेष बैठक बुलाने की मांग की है. आवेदन में पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि प्रमुख पंचायत समिति में अपना बहुमत खो चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायती राज अधिनियम के तहत विगत एक वर्ष से नियमित रूप से पंचायत समिति की बैठकें नहीं हो रही है. इसका असर विकास कार्यों पर पड़ा है. अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में पंचायत सदस्य कर्मदेव उरांव, रजंती उरांव, चमन परहिया, रामविलास सिंह, पुनीत भुइयां, नसवलेन आलम, मो उमर आलम, कौशल कुमार रवि, पिंकी देवी, सरिता देवी, रीता देवी, खुशबू बीबी , बैजंती देवी, रीना देवी, शांति देवी, रेशम बानो व सीता कुमारी का नाम शामिल है. [wpse_comments_template]
Leave a Comment