रेंजर ने कहा कि प्रमाण लायें, जेई ने कहा कि योजना स्थल पर जा कर देख लें
Chandwa, Latehar: राष्ट्रीय उच्च पथ- 22 को जोड़ने वाली सेरक पथ मरम्मति कार्य में वन क्षेत्र के अवैध रूप से उत्खनन पत्थर के इस्तेमाल का आरोप लग रहा है. कहा जा रहा है कि ये पत्थर घटिया किस्म का है. बता दें कि झारखंड ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सेरक पथ मरम्मति कार्य किया जा रहा है. यह सड़क एनएच-22 से सेरक गांव तक जुड़ती है. ग्रामीणों का आरोप है कि पथ निर्माण कार्य में वन क्षेत्र से अवैध रूप से उत्खनन किया हुआ पत्थरो का इस्तेमाल हो रहा है. कल्वर्ट व पुलिया के निर्माण में इसे लगाया जा रहा है. ग्रामीणेां का कहना है कि ये पत्थर घटिया व मरे हुए हैं. इससे कल्वर्ट व पुल का निर्माण कराये जाने से कुछ ही दिनों में यह ध्वस्त हो जायेगा. वन क्षेत्र से अवैध ढंग से पत्थरो का उत्खनन किये जाने की सूचना वन विभाग को भी है, बावजूद इसके विभाग मौन है.
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क्या कहते हैं वन क्षेत्र पदाधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर वन के क्षेत्र पदाधिकारी जांच कराने की बजाय प्रमाण मांगने लगे. उन्होंने कहा कि अगर प्रमाण है तो लायें जांच करायेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि सूचना मिली है कि पास के पुल से निकाला गया पत्थर लगाया जा रहा है. वहीं विभागीय कनीय अभियंता संतोष ने पत्रकारों को सलाह देते हुए कहा कि अगर घटिया पत्थर लगाने की सूचना है तो जाकर देख लीजिए. देखने से ही पता चल रहा है कि एक नंबर का पत्थर लगाया जा रहा है.
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