Latehar: लातेहार जिला में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता का साढ़े तीन साल का कार्यकाल उपलिब्धयों से भरा रहा. पहले लातेहार और फिर चंदवा थाना क्षेत्र में बतौर पुलिस निरीक्षक सह थानेदार रहते हुए उन्होंने कई मामलों का उद्भेदन किया. यही वजह है कि अमित गुप्ता आला पुलिस अधिकारियों के भी चहेते रहे. सिर्फ पुलिस अधिकारी ही नहीं आम जनता के साथ भी उनका दोस्तना व्यवहार था. मुख्यमंत्री वीरता पुरस्कार से भी उन्हें नवाजा गया है. जिले के चंदवा थाना से स्थानांतरण के बाद लोग मायूस हैं. 19 मई को अमित गुप्ता को विरमित किया गया जिसके बाद उन्होंने मुख्यालय में अपना योगदान दिया.
इन मामलों का किया था उद्भेदन
चंदवा थाना प्रभारी रहते हुए अमित कुमार गुप्ता ने 2 मई की रात डायन बिसाही के आरोप में वृद्ध दंपती की हत्या का 24 घंटे में खुलासा करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, 14 अप्रैल को चंदवा के हक्का गांव में नाबालिग के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को गिरफ्तार किया था, दस लाख रूपये के इनामी नक्सली मुनेश्वर गंझू व दो लाख रूपये के इनामी नक्सली काजेश गंझ को गिरफ्तार किया था. गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने डेढ़ करोड़ रूपये का डोडा बरामद किया था. ऑपरेशन डबल बूल के दौरान कई नक्सलियों को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में असलहा बरामद किया था. इनके कार्यकाल में नक्सलियों के साथ पांच एनकाउंटर हुए. वहीं पिछले साल व्यवहार न्यायालय घेराव के दौरान टाना भगतों की ओर से की गयी पत्थरबाजी में इनके चेहरे पर काफी चोट आई थी. उनके चेहरे पर टाना भगतों ने पत्थर मारा था.
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