- आयुष्मान कार्ड तो बना, लेकिन नहीं मिला इलाज का लाभ
- 25 वर्षों से ST दर्जे की मांग में संघर्षरत हैं भूइहर मुंडा समुदाय
- सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों में
- गांव आज भी अंधेरे में
- जाति प्रमाण पत्र ना होने से योजनाओं से वंचित
alt="" width="600" height="400" /> जाति प्रमाण पत्र के अभाव में अबुआ आवास योजना से वंचित मनिका विधानसभा क्षेत्र के हरकुटोली गांव की बात करें तो यहां 35 में से सिर्फ एक परिवार को ही अबुआ आवास योजना का लाभ मिल पाया है. बाकी बचे 34 परिवार इस लाभ से वंचत हैं. इसका मुख्य कारण सरकार द्वारा भुइंहर मुंडा समुदाय को जाति प्रमाण पत्र जारी न करना है. जातीय पहचान के अभाव में ये परिवार न केवल आवास योजना, बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं और सुविधाओं से भी वंचित हैं. इसे भी पढ़ें : शेयर">https://lagatar.in/stock-market-boomed-sensex-rose-by-900-points-investors-earned-3-lakh-crores/">शेयर
बाजार में उछाल, सेंसेक्स 900 अंक चढ़ा, निवेशकों की झोली में 3 लाख करोड़ जाति प्रमाण पत्र न होने से अबुआ आवास से वंचित हरकुटोली गांव (मनिका) के 35 परिवारों में से केवल एक परिवार को अबुआ आवास योजना का लाभ मिल पाया है. इस योजना का लाभ नहीं मिलने का प्रमुख कारण सरकार द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं करना है. ऐसे में बिना प्रमाण पत्र के ये परिवार आवास योजना सहित अन्य सरकारी लाभ नहीं ले पा रहे हैं. बिजली के खंभे तो हैं, लेकिन गांव अब भी अंधेरे में हरकुटोली गांव में 15 साल पहले बिजली के खंभे लगाये गये थे. लेकिन तार 2022 में लगाये गये. तार लगाये हुए तीन साल बीत चुके हैं, लेकिन अब तक गांव में नियमित बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई है. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली और पानी की सुविधा पूरी तरह भगवान भरोसे चल रही है. कभी बिजली आती है, तो कई-कई दिन तक गुल भी रहती है. इसे भी पढ़ें :सुप्रीम">https://lagatar.in/supreme-court-stays-sentencing-of-forest-officers-convicted-of-contempt/">सुप्रीम
कोर्ट ने कंटेम्प्ट के दोषी फॉरेस्ट अफसरों के खिलाफ सजा सुनाने पर रोक लगायी आयुष्मान कार्ड तो बना, लेकिन इलाज अब तक सपना हरकुटोली गांव के अधिकांश लोगों के पास आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कार्ड बने हुए हैं. लेकिन तकनीकी खामियों के कारण ये कार्ड ऑनलाइन सक्रिय नहीं हो पाये हैं, जिस वजह से आज तक किसी भी ग्रामीण को इलाज की सुविधा नहीं मिल सकी है. लोगों की सरकार से अपील ग्रामीणों का कहना है कि बुनियादी सुविधाओं के अभाव में उनका जीवन आज भी उपेक्षा और अंधेरे में गुजर रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा, जाति प्रमाण पत्र, नियमित बिजली आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ा जाए. इसे भी पढ़ें : सलमान">https://lagatar.in/isha-chhabria-who-reached-salman-khans-flat-made-a-big-revelation-during-interrogation/">सलमान
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