अंतिम दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
10 हजार लोगों ने किया महायज्ञ परिसर की परिक्रमा
Latehar: सदर प्रखंड के जालिम (जगतारणपुर) ग्राम में आयोजित सात दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह भागवत पुराण कथा अनुष्ठान का गुरुवार को समापन हो गया. इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया. एक अनुमान के मुताबिक महायज्ञ के अंतिम दिन दस हजार लोगों ने महायज्ञ परिसर का परिक्रमा की और भंडारे में भाग लिया. समापन के मौके पर संबोधित करते हुए स्वामी सदानंद रामानंद वैष्णवी ने कहा कि बिना दैवीय शक्ति व कृपा के इतना बड़ा महायज्ञ संपन्न नहीं हो पाता है. भगवान की जब असीम अनुकंपा होती है, तभी ऐसे आयोजन निर्विघ्न संपन्न होते हैं. उन्होंने कहा कि यज्ञ से क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली आती है. वातावरण भी शुद्ध होता है और मानव में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है.
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संरक्षक शत्रुघ्न प्रसाद ने जिलावासियों का आभार प्रकट किया
महायज्ञ आयोजन समिति के संरक्षक शत्रुघ्न प्रसाद एवं अध्यक्ष कुंदन प्रसाद ने इस महायज्ञ को सफल बनाने पर जिला वासियों के प्रति आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि इस आयोजन में पूरे जिले वासियों का तन, मन व धन से सहयोग महायज्ञ समिति को प्राप्त हुआ. संरक्षक ने कहा कि बिना सामूहिक सहयोग के कोई अनुष्ठान संपन्न नहीं हो पाता है. आयोजन को सफल बनाने में संरक्षक व अध्यक्ष के अलावा घनश्याम प्रसाद, कंचन प्रसाद, आशीष, उमेश, प्रदीप प्रसाद, कृष्ण प्रसाद, धर्मेंद्र प्रसाद,जवाहर प्रसाद, शंभू प्रसाद, कपिल प्रसाद, विकास, अश्विनी कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा.
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