Latehar: शनिवार को उपायुक्त भोर सिंह यादव ने बनहरदी ग्राम में दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति लिमिटेड के दुग्ध संग्रहण एवं शीतलक केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होने दुग्ध की गुणवता की जांच की और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली. उपायुक्त ने दुग्ध उत्पादक संघ से जुड़े किसानों की भी जानकारी ली. उन्होने दुग्ध उत्पादकों को नियमित भुगतान करने का निर्देश दिया. दुग्ध की खरीद बिक्री में जेएमएफ प्रबंधन की भूमिका की जानकारी देते हुए उपायुक्त को बताया गया कि बनहरदी दूध संग्रह केंद्र में जेएमएफ किसान द्वारा दूध की खरीददारी करता है एवं महीने में तीन बार दूध का भुगतान किसानों खाते में होता है.
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डीसी ने अच्छी नस्ल की गाय और भैंस दिया जोर
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि पशुपालक दुधारू पशुओं को विटामिन मिनरल सहित समुचित पोषण का ख्याल करें, तो कम खर्च में अधिक दूध का उत्पादन कर सकते हैं. उन्होंने अच्छी नस्ल की गाय एवं भैंस की प्रजाति पर ध्यान देने की बात कही. अच्छे स्वास्थ्य के लिए गायों को हरा चारा खिलाने की सलाह दी. जिला सहकारिता पदाधिकारी ने ग्रामीणों से दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति से जुड़ने का आग्रह किया. जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने गव्य विकास विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे जानकारी दी.
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75 फीसदी अनुदान पर गाय देने की योजना
उन्होंने बताया कि सहकारी समिति से जुड़े दुग्ध उत्पादकों को 75 प्रतिशत अनुदान पर 5 गाय एवं 10 गाय देने की योजना है. पशुपालकों के लिए डीप बोरिंग की भी योजना है. जेएमएफ की वरीय प्रबंधक शिल्पी टोपनो ने बनहरदी दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति लिमिटेड की निबंधन प्रक्रिया में भूमिका के बारे में जानकारी दी. इस दौरान जिले के पहले बनहरदी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति को निबंधन प्रमाण पत्र दिया गया. मौके पर सहायक निबंधक सहयोग समिति सुजीत सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कंडुलना समेत संबंधित कई पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.