Ashish Tagore
Latehar: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी हर घर नल योजना लातेहार में लूट का जरिया बनती जा रही है. विभागीय अधिकारी और संवेदक की सांठगांठ के कारण यह योजना लातेहार में फेल्योर होने की कगार पर है. या यूं कहें कि यह योजना अपने उदेश्यों को पूरा नहीं कर पा रहा है. कहीं जलमीनार लगाया गया, तो उसमें पानी नहीं चढ़ता है. तो कहीं कनेक्शन दे दिये गये, लेकिन आज तक पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई. कहीं मानकों के अनुसार, बोरिंग की गहराई नहीं की गयी. ऐसे कई मामले हैं. जिसकी शिकायत लगातार मिल रही थी.
इसे लेकर कुछ दिन पहले जिला परिषद उपाध्यक्ष अनिता देवी ने बालूमाथ प्रखंड के कई गांवों में हर घर नल योजना का निरीक्षण किया था. तकरीबन हर जगह अनितयमितता पायी गयी. ऐसा ही एक मामला सदर प्रखंड के पोचरा पंचायत के माराबार ग्राम का है. यहां बीते वर्ष हर घर नल योजना के तहत बोरिंग कर सोलर जलमीनार लगाया गया था. लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए घर-घर में कनेक्शन भी दिया गया. लेकिन विंडबना यह है कि आज तक इन घरों में पानी नहीं पहुंच पाया. पूछे जाने पर कई ग्रामीणों ने बताया कि मात्र 100 फीट ही बोरिंग किया गया. यहां का जल स्तर काफी नीचे है, इस कारण पर्याप्त पानी जलमीनार में नहीं चढ़ पा रहा है. जिससे घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
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200 की जगह 100 फीट ही कर दी ठेकेदार ने बोरिंग
वहीं क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिप उपाध्यक्ष ने पाया कि 200 फीट की जगह 100 से 110 फीट गहरी ही बोरिंग की गयी है. बालूमाथ के बालू पंचायत के खैराही गांव में कामेश्वर उरांव के घर के आगे दो घर में नल नहीं दिये जाने की शिकायत को उन्होंने सही पाया. बालू पंचायत के तुमबागड़ा में पानी की टंकी टोंगरी से नीचे लगाया गया है. जिससे टोंगरी में रहने वालों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
गांव वालों के मना करने के बावजूद भी टंकी नीचे लगा दिया गया है. वहीं कलकलिया गांव में कलदेव लोहरा के घर के पास बोरिंग नहीं किया गया है. पुराने बोरिंग में ही सोलर जलमीनार लगा दिया गया है. गरमी में पानी का लेयर नीचे चले जाने से टंकी में पानी नहीं चढ़ पा रहा है. कलकलिया के ही अखरा के पास एक टंकी से 35 घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है. लेकिन किसी भी घर में पानी नहीं मिल पा रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव की रमकलिया ने बताया कि इस सोलर जलमीनार से गांव वालों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. टंकी में पूरा पानी चढ़ता ही नहीं है. जो कुछ भी चढ़ता है, यहीं खत्म हो जाता है. ऐसे में घर-घर लगाये गये नल में पानी नहीं पहुंच पाता है. भादे सिंह ने कहा कि जब बोरिंग हो रहा था, उसी वक्त ठेकेदार को ग्रामीणों ने डीप बोरिंग करने को कहा था. लेकिन ठेकेदार ने किसी की भी नहीं सुनी. वहीं गांव की महिला मनिता देवी ने कहा कि गांव में एक चापाकल था, वह भी बहुत दिनों से खराब है. गांव वाले पास के स्कूल से पानी लाकर अपना काम चलाते हैं.
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