Garu, Latehar: शनिवार की शाम रेंजर उमेश कुमार दुबे के निर्देश पर वनपाल रंजय कुमार एवं वनकर्मियों ने कोयल नदी से लेकर बालू लदा दो ट्रैक्टर को पकड़ा. बावजूद इसके एक ट्रैक्टर वन विभाग परिसर से पहुंचने से पहले मात्र 300 मीटर की दूरी पर सड़क पर बालू डंप कर फरार हो गया. जबकि दूसरे ट्रैक्टर को जब्त कर वन विभाग परिसर लाया गया. पकड़े जाने के बावजूद एक ट्रैक्टर के फरार होने की सूचना स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने वन विभाग के वरीय पदाधिकारियों को दी. दवाब के बाद बालू डंप कर फरार हुए ट्रैक्टर को भी अर्द्धरात्रि में वन परिसर में लाया गया. रविवार की सुबह ट्रैक्टर मालिक पंचायत बालू घाट का वैध चालान लेकर सभी को दिखाते रहे और कहने लगे कि ट्रैक्टर में लदा बालू वैध है. मामला तूल पकड़ने लगा तब जाकर रविवार की अपराह्न 3:20 में बालू को वैध बताकर ट्रैक्टरों को छोड़ा गया.
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साठगांठ का आरोप
लोगों का कहना है कि अगर बालू वैध था तो ट्रैक्टर चालक उसे वन विभाग परिसर पहुंचने से पूर्व ही डंप कर क्यों भाग गया. यह बात लोगों को हजम नहीं हो रही है. दूसरी बात यह कि अगर दोनो ट्रैक्टर में लदा बालू वैध था तो ट्रैक्टर मालिक को चालान प्रस्तुत करने मे 24 घंटा क्यों लगा. जबकि कागज तो चालक तुंरत दिखा सकता था. लोगों का कहना है कि वन विभाग एवं ट्रैक्टर मालिकों की सांठगांठ यह गोरख धंधा यहां खूब फल फूल रहा है. लोगों का कहना है कि छापामारी का भय दिखा कर ऊंचे दर पर बालू बेचने की यह एक सुनियोजित प्लानिंग है.
रेंजर ने क्या कहा
ट्रैक्टर छोड़ने के संबंध में पूछे जाने के बाद रेंजर उमेश कुमार दुबे नें कहा कि दोनों ट्रैक्टरों ने बालू घाट से वैध बालू उठाया था. विभाग नें जांच के उपरांत उसे छोड़ दिया है.
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