Latehar: गांव के विकास के लिए सरकार पैसे तो बहुत खर्च कर रही हैं लेकिन अफसोस इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता. सरकारी लापरवाही का ज्वलंत उदाहरण है महुआडांड़ प्रखंड के अक्सी पंचायत का उप स्वास्थ्य केंद्र. जिसे 30 लाख रुपये की लागत से बनाया तो गया लेकिन निर्माण के बाद से आज तक इस भवन का ताला नहीं खुला. ग्रामीणों का कहना है कि भवन पिछले साल ही बनकर तैयार हो गया था, लेकिन अभी तक इसे खोला नहीं गया है. ग्रामीणों का ये भी कहना है कि अस्पताल तो बना दिया जाता है, लेकिन यहां न तो स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाती हैं और ना ही अस्पताल में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये जाते हैं.
झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराते हैं ग्रामीण
वहीं स्वास्थ्य उपकेंद्र का ताला नहीं खुलने की वजह से ग्रामीण झोलाछाप डाक्टरों से इलाज कराते हैं, जिससे कई बार जानमाल का भी खामियाजा लोगों को उठाना पड़ता है. ग्रामीणों ने नये अस्पताल भवन में उप स्वास्थ्य केंद्र को शिफ्ट कर आवश्यक संसाधन मुहैया कराने व चिकित्सा कर्मियों को बहाल करने की मांग डीसी से की हैं.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
वहीं मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र अक्सी को पुराने भवन में चलाया जा रहा है. मार्च महीने में ही नया भवन एजेंसी के द्वारा हैंडओवर किया गया है. अगले सप्ताह तक उप स्वास्थ्य केंद्र को नये भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा.
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