सड़क दुर्घटना में घायल हो गयी थी फूलकुमारी
Latehar: समुचित इलाज के अभाव में फूलकुमारी देवी का एक पैर अब धीरे-धीरे सड़ रहा है. फूलकुमारी देवी सदर प्रखंड के आरागुंडी पंचायत के टेमकी ग्राम निवासी सुरेश उरांव की 30 वर्षीय पत्नी है. उसका मायका गारू प्रखंड के कार्रवाई पंचायत के कुई गांव में है. अभी वह अपने मायके में ही है. दोनों पति- पत्नी मजदूरी करते थे. सुरेश उरांव ने बताया कि मजदूरी के सिलसिले में वे दोनों पलामू के चैनपुर के सरहुआ ग्राम गये थे. गत वर्ष नौ अक्टूबर को फूलकुमारी वहां से लौट रही थी. वह एक सवारी वाहन में सवार थी. सवारी वाहन रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. फूलकुमारी गंभीर रूप से घायल हो गयी. उसका एक पैर टूट गया था. सवारी वाहन मालिक उपेंद्र शर्मा ने बेहोशी की हालत में उसे रिम्स में भर्ती करा कर वहां से भाग गया.
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पति के पास इतने पैसे नहीं कि उसका समुचित इलाज कराये
जब सुरेश उरांव को इस बात की जानकारी हुई तो वह पैसों का प्रबंध कर रिम्स गया. रिम्स से उसकी पत्नी को छुट्टी दे दी गयी. वह फूलकुमारी को वहां से घर ले आया, जबकि फूलकुमारी के एक पैर में स्टील का ट्रैक्शन लगा हुआ था. घर आने के बाद फूलकुमारी के पैर में इंफेक्शन हो गया और पैर धीरे-धीरे सड़ने लगा. उसमे से दुर्गंध आने लगी. सुरेश ने कहा कि उसके पास अब इतने पैसे नहीं है कि वह रिम्स या फिर अन्य किसी अस्पताल में अपनी पत्नी का इलाज करा सके. जो कुछ भी पैसा था, वह पत्नी के इलाज मे खर्च हो गया. सुरेश उरांव की दो पुत्रियां हैं. दोनों अपनी मां को इस हालत में देख कर हमेशा दुखी रहती हैं. फूलकुमारी का सारा नित्यकर्म बिस्तर पर ही होता है. सुरेश उरांव ने उपायुक्त हिमांशु मोहन व सिविल सर्जन डा अवधेश कुमार सिंह से उसकी पत्नी के इलाज के लिए प्रावधानों के अनुसार चिकित्सीय अनुदान देने का आग्रह किया ताकि उसकी पत्नी का इलाज हो सके.
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