Latehar : यह भी एक विडंबना है कि नगर पंचायत (शहरी क्षेत्र) में बच्चों को स्कूल तक जाने के लिए घुटने तक पानी से गुजरना पड़ रहा है.. छोटे बच्चों को तो उनके पिता गोद में बैठा कर पानी से पार करते हैं. यह हाल है नगर पंचायत के बहेराटांड़ मुहल्ले की. तकरीबन 25 परिवार वालेहैंइस मुहल्ले में अनुसूचित जाति के सदस्य निवास करते हैं. सबों की आजीविका का साधन मजदूरी है. बरसात के दिनों में उनके बच्चों को स्कूल जाने के लिए घुटनों तक पानी से गुजरना पड़ रहा है. मुहल्ले के रामजी राम ने बताया कि अन्य मौसम में तो उनके बच्चे सूखे खेतों से गुजर कर स्कूल चले जाते हैं, लेकिन बारिश के दिनो में खेतों में पानी भर जाता है. आसपास घर बन जाने के कारण उनके मुहल्ले में घुटनों तक पानी जमा हो गया है. ऐसे में बच्चों को पानी से हो कर स्कूल जाना पड़ रहा है. छोटे बच्चों को गोद में ले कर पानी से गुजरते हैं. कई बार तो बच्चों के स्कूल ड्रेस या तो भीग जाते हैं या कीचड़ में गंदे हो जाते हैं.
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मुहल्ले में नहीं है पीसीसी सड़क
रामजी राम ने बताया कि शहर के सभी मुहल्लों में पीसीसी सड़क बनायी जा रही है, लेकिन बहेराटांड़ मुहल्ले में अभी तक पीसीसी सड़क नहीं बनायी गयी है. कई बार नगर पंचायत एवं प्रशासन को आवेदन दिया जा चुका है. बहेराटांड़ के ही युगेश्वर राम ने कहा कि पीसीसी सड़क बनाने के लिए मुहल्लेवासी अपनी जमीन तक देने को तैयार हैं, बावजूद इसके सड़क नहीं बन पा रही है. जब इस इस संबंध में वार्ड पार्षद बेबी देवी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बहेराटांड़ में सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर लोग स्वेच्छा से पीसीसी सड़क निर्माण के लिए जमीन देने को तैयार हो जाते हैं तो बेहराटांड़ में पीसीसी सड़क के निमार्ण की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है.
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