देरी होने की वजह से गुणवत्ता पर भी उठ रहे सवाल
Ashish Tagore
Latehar : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत महुआडांड़ के चटकपुर से सरनाडीह तक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इसी सड़क में बूढ़ा नदी पर पुल का निर्माण कराया जा रहा है. तकरीबन 80 मीटर लंबे इस पुल निर्माण योजना की प्राक्कलन राशि दो करोड़ 85 लाख रुपये है. पुल का निर्माण कार्य गत वर्ष चार सितंबर को प्रारंभ किया जाना था और इसे इस साल 30 मार्च तक पूरा कर लेना था. लेकिन दीगर बात यह है कि इन नौ महीने में पुल के मात्र दो स्तंभों को खड़ा किया गया है और एक स्तंभ को अभी खड़ा किया जा रहा है. कार्य की इतनी धीमी गति योजना की गुणवत्ता की पोल खोल रही है. ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना के तहत यह कार्य संवेदक मेसर्स अशोक कुमार मल्होत्रा को आवंटित किया गया है.
इसी सड़क व पुल निर्माण में लगे एक पोकलेन एवं चार ट्रैक्टरों में 25 मई की रात्रि नक्सलियों ने आग लगा दी. लेवी के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है. बताया जाता है कि माओवादियों के दस्ते ने इस घटना को अंजाम दिया है. गुरुवार देर रात हथियारबंद सड़क निर्माण स्थल के साइट पर पहुंचे. नक्सलियों ने वहां मौजूद मजदूरों को वहां से हटा दिया और साइट में खड़े ट्रैक्टरों और पोकलेन को आग के हवाले कर दिया. नक्सलियों ने बिना संगठन की अनुमति के कार्य नहीं प्रारंभ करने की धमकी दी. कहा कि बिना आदेश के कार्य शुरू करने पर गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा. इससे पहले भी नक्सलियों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेवी की मांग की थी. नक्सली करीब एक घंटे तक साईट पर रहे.
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