Latehar : जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के कुरो ग्राम निवासी रेमोन गिद्ध (23) की 16 अगस्त की रात हत्या कर दी गयी थी. घटना के दस दिनों के बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं किये जाने से क्षुब्ध ग्रामीणों ने गुरूवार को रांची-नेतरहाट सड़क जाम कर दिया. इस प्रदर्शन में परहाटोली पंचायत के विश्रामापूर, शाहपुर, बोडाकोना, नगर प्रतापपूर, कूरो, उदालखाड़, दातुखाड़ व् डूमरडीह के ग्रामीण शामिल थे. तकरीबन पांच घंटे तक सड़क जाम किया गया. इस दौरान रांची, गुमला व लोहरदगा जाने वाले यात्री बस एवं निजी वाहनों की कतार लग गयी और यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि जाम के दौरान एंबुलेंस को छूट दी गयी.
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तीन लोगों को पुलिस ने किया है गिरफ्तार
सूचना पर थाना प्रभारी आशुतोष यादव जाम स्थल पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को बताया कि इस घटना में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. लेकिन थाना प्रभारी की बातो को सुन कर ग्रामीण और अधिक उग्र हो गये और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. इसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधककारी राजेश कुजूर व अंचलाधिकारी प्रताप टोप्पो भी जाम स्थल पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया. उन्होंने आपस में बैठ कर वार्ता करने की बात कही. आदिवासी नेता लुईस कुजूर ने रेमोन गिद्ध की हत्या को मॉब लिचिंग करार दिया और कहा कि पुलिस इस घटना की सही ढंग से जांच नहीं कर रही है. सड़क जाम में शामिल परहाटोली पंचायत की पंसस निर्मला टोप्पो, मुखिया रीता खलखो, चंपा पंचायत मुखिया सुषमा कुजूर व आदिवासी नेता लुईस कुजूर ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा व पत्नी को सरकारी नौकरी देने तथा बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करने की मांग की. बाद में अधिकारियों के द्वारा उचित आश्वासन दिये जाने के बाद सड़क जाम को हटाया गया.
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