ग्रामसभा में जान देंगे जमीन नहीं देंगे से गूंजा सबानो गांव
ग्रामीणों ने जल, जंगल जमीन बचाने का लिया संकल्प
Ashish Tagore
Latehar: सदर प्रखंड के ग्राम सबानो गांव रविवार को जान देगें, जमीन नहीं देगें के नारों से गुंजायमान हो गया. अवसर था एक ग्रामसभा का. रविवार को ग्राम प्रधान टुना उरांव की अध्यक्षता में आयोजित इस ग्रामसभा में ग्रामीणों ने एक स्वर से एनटीपीसी को बनहरदी कोल परियोजना के लिए जमीन नहीं देने का निर्णय लिया. ग्रामसभा में कहा गया कि वन अधिकार अधिकार अधिनियम 2005 के तहत बनहरदी कोल परियोजना के लिए वन भूमि एवं गैर मजरुआ भूमि किसी भी सूरत में नहीं दी जाएगी. क्षेत्र मे कोल परियोजना खुलने से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं से गुजरना पड़ेगा. सबसे पहले तो उन्हें विस्थापन झेलना पड़ेगा. ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. कोयला उत्खनन व परिवहन से उड़ने वाली धूल से फसल मारी जाएगी. पानी दूषित होगा. लोगों को श्वांस संबंधी बीमारियां होंगी.
इसे भी पढ़ें-मुझे भाजपा में शामिल होने को कहा जा रहा है, लेकिन हम झुकेंगे नहीं, भले ही मुझे जेल भेज दिया जाये : केजरीवाल
ग्रामीणों का आरोप- एनटीपीसी दे रही प्रलोभन
बैठक में कहा गया कि एनटीपीसी के द्वारा ग्रामीणों को कई प्रकार का प्रलोभन दिया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण कंपनी के प्रलोभन में नहीं आएंगे. ग्रामसभा में एक स्वर में जल जंगल व जमीन को बचाने का संकल्प लिया गया. ग्रामसभा में ग्रामीण अपने हाथों में जल, जंगल, जमीन हमारा है, वन अधिकार कानून को लागू करो आदि की तख्तियां लिये थे. ग्रामीणों ने एनटीपीसी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. ग्रामसभा में वार्ड सदस्य मनेाज असुर, आदित्य यादव, वन समिति अध्यक्ष रामलीला उरांव व सचिव धर्मदेव उरांव, मनोज यादव, दिनेश यादव, विजय यादव, सुदामा भुईयां, मुकेश यादव, सोहन महली, सुजीत उरांव, मोनिका उरांव, ललिता उरांव, सुनीता उरांव, प्रमिला अगरिया, कमलनाथ अगरिया, शिवकुमार उरांव, शिबू अगरिया व जीतू अगरिया आदि मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें-धनबाद : राहुल गांधी का अधिवक्ताओं ने किया स्वागत
Leave a Reply