Latehar : झारखंड में जेसबीसीएल के तहत चल रही सरकारी शराब दुकानों में काम करने वाले दुकान प्रभारी और सहायक कर्मचारियों को अक्टूबर 2024 यानी छह महीने से मानदेय (वेतन) नहीं मिला है.
इसको लेकर शराब दुकान के प्रभारी और कर्मचारियों ने आज गुरुवार को सभी सरकारी शराब दुकानों को बंद कर दिया है और लातेहार समाहरणालय पहुंचकर धरने पर बैठे हैं. कर्मचारियों ने उपायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा है.
कर्मचारियों ने साफ कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं और वेतन नहीं दिया जाता, तब तक दुकानें बंद रहेंगी.
ज्ञापन में कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें “केएस मल्टीफैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड” नाम की कंपनी ने नौकरी पर रखा है. लेकिन पिछले छह महीनों से कंपनी ने उन्हें वेतन नहीं दिया है. ऐसे में उन्हें आजीविका चलाने और बच्चों की पढ़ाई कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्मचारियों का कहना है कि जब वे वेतन के बारे में कंपनी के मुख्य कोऑर्डिनेटर मनोज यादव और जिला कोऑर्डिनेटर रंजीत यादव से बात करते हैं, तो उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है.
कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि कंपनी के कुछ लोग कभी-कभी अवैध रूप से पैसे की मांग करते हैं. जब कर्मचारी उन्हें पैसे नहीं देते, तो उन्हें हटाकर अपनी पसंद के लोगों को नौकरी पर रख लिया जाता है, ताकि वे मोटी कमाई कर सकें.
धरने में शामिल लोगों में आयुष कुमार, भीष्म राम, दीपक कुमार, रोशन कुमार, नागेंद्र प्रसाद, शशि कुमार, अमित कुमार, राहुल कुमार, कन्हाई प्रसाद, विकेंद्र कुमार, सूरज कुमार, सरदार प्रसाद, वीरेंद्र प्रसाद, रविंद्र प्रसाद, सतीश प्रसाद, शशिभूषण कुमार, अजीत कुमार, हीरानंद प्रसाद, संजय कुमार और राहुल कुमार समेत अन्य शामिल रहे.