LagatarDesk : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पिछले कुछ दिनों से काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि लॉरेंस बिश्नोई को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने का ऑफर मिला है. यह ऑफर उत्तर भारतीय विकास सेना पार्टी ने दिया है. कहा जा रहा है कि पार्टी के अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने बिश्नोई को एक औपचारिक पत्र लिखा है. सुनील शुक्ला ने अपने पत्र में लॉरेंस बिश्नोई की तुलना महान क्रांतिकारी भगत सिंह से की है. शुक्ला ने बिश्नोई को “क्रांतिकारी” बताया और विश्वास जताया कि बिश्नोई के राजनीति में आने से महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पार्टी उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.
लॉरेंस ऐसे मुद्दे का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो पार्टी के मूल्यों से मेल खाते
शुक्ला ने पत्र में लिखा कि हमारा प्रस्ताव है कि आप महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ें. उत्तर भारतीय विकास सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी आपके अभियान का समर्थन करने के लिए तैयार हैं. हम बस आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं. सुनील शुक्ला ने पत्र में आगे कहा है कि हमें गर्व है कि आप (लॉरेंस बिश्नोई), पंजाब में जन्मे एक उत्तर भारतीय हैं और ऐसे मुद्दे का प्रतिनिधित्व करते हैं जो हमारी पार्टी के मूल्यों से मेल खाता है. हमारी पार्टी आपकी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. बता दें कि उत्तर भारतीय विकास सेना एक पंजीकृत राजनीतिक दल है, जो महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीयों के अधिकारों की वकालत करता है.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राष्ट्रीय स्तर पर लॉरेंस बिश्वोई हुए फेमस
31 वर्षीय लॉरेंस बिश्नोई ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर तब प्रसिद्धि पायी, जब उसे 29 मई, 2022 को पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जोड़ा गया. कांग्रेस पार्टी के सदस्य मूसेवाला की हत्या बिश्नोई के सहयोगियों ने की थी. इसे गैंगवार का नतीजा बताया था. हाल ही में बिश्नोई गैंग ने राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी. पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सिद्दीकी, अभिनेता सलमान खान सहित बॉलीवुड सितारों के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए जाने जाते थे. सिद्दीकी की हत्या ने बिश्नोई के आपराधिक कारनामों को लेकर बढ़ती चिंताओं को और बढ़ा दिया है, खासकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद कि भारतीय अधिकारी कनाडाई नागरिकों को निशाना बनाने वाले संगठित अपराध समूहों को जानकारी दे रहे थे. हालांकि बिश्नोई 2015 से जेल में बंद हैं, लेकिन उसका आपराधिक प्रभाव लगातार बढ़ रहा है. अब एक राजनीतिक दल खुलेतौर पर उसे राजनीति के मैदान में उतरने के लिए राजी कर रहा है.