alt="sdfbdfb" width="600" height="400" /> लेकिन पुलिस अधीक्षक द्वारा फोन रिसीव नहीँ किया गया. इस बीच में एसपी के नम्बर पर टेक्स्ट मैसेज भेजते हुए लिखा कि बाबूलाल जी बात करना चाहते हैं. इसके बावजूद कॉल बैक नहीं किया गया. फिर 3 बजे अपराह्न में व्हाट्सएप भेजा गया, फिर भी बात नहीं हुई. व्हाट्सअप देखने के बाद निजी सचिव ने सातवीं बार फोन किया. लेकिन फिर भी कॉल रिसीव नहीं किया गया. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी जी का फोन नहीं रिसीव करना, प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. एसपी की कार्यशैली ठीक नहीं है. इसमें मनमानी और स्वच्छन्दता प्रदर्शित होती है. यह राज्य की पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था की वास्तविकता को दर्शाता है. इसे भी पढ़ें -कल्पना">https://lagatar.in/kalpana-soren-gets-new-responsibility-of-jmm-political-stature-increased-will-become-working-president/">कल्पना
सोरेन को झामुमो की नई जिम्मेदारी, बढ़ा राजनीतिक कद, बनेंगी कार्यकारी अध्यक्ष