बैठक में तीन प्रस्ताव पारित कर सरकार से मुंडा परिवार को नौकरी, मुआवजा और हत्यारों को सजा दिलाने की मांग
Hazaribagh : सीपीएम की झारखंड राज्य कमेटी के सदस्य और भारत की जनवादी नौजवान सभा के नेता कामरेड सुभाष मुंडा की जघन्य हत्या के विरोध में स्थानीय सीपीआई ऑफिस में वामदलों ने शोकसभा की. सभा की अध्यक्षता गणेश कुमार सीटू ने किया. इसमें हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि इस राज्य में भू-माफियाओं का मनोबल काफी बढ़ गया है. भू-माफियाओं ने राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर पूरे झारखंड में हजारों एकड़ जमीन हड़प कर बेच दी है. ऐसे ही लोगों के खिलाफ सुभाष मुंडा लगातार संघर्ष करते रहे हैं. उनके संघर्ष का ही परिणाम है कि आदिवासियों और मूलवासियों की हड़पी गई दर्जनों एकड़ जमीन पर फिर से आदिवासी और मूलवासियों का कब्जा हो गया है. इससे भू-माफिया बौखला गए थे. इसी का परिणाम है कि भू-माफियाओं ने सुभाष मुंडा की हत्या करवा दी. हत्या के समय सुभाष मुंडा दलादली चौक स्थित अपने पार्टी कार्यालय में बैठकर अपने पार्टी साथियों से मंत्रणा कर रहे थे. उसी समय दो अपराधी पार्टी कार्यालय में घुसकर उनकी हत्या कर दी. कामरेड मुंडा दो बार हटिया विधानसभा और एक बार खूंटी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. मुंडा रातू प्रखंड के प्रमुख भी रह चुके हैं. शोक सभा में हत्यारे की तत्काल गिरफ्तारी करने, सुभाष मुंडा के परिवार को उचित मुआवजा व नौकरी देने और राज्य में भू-माफिया एवं पदाधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया. प्रस्ताव की प्रति राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भेजी गई.
इस सभा में सीपीआई के वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू कुमार, प्रोफेसर अनवर हुसैन, जिला सचिव चांद खान, महेंद्र राम, निजाम अंसारी, अब्दुल मजीद अंसारी, शौकत अनवर, सीपीएम के जिला सचिव ईश्वर महतो, तपेश्वर राम, विपिन कुमार सिन्हा, गुलाब साव, माले के सुधीर यादव, रोहित प्रसाद मेहता सहित कई साथियों ने भाग लिया.
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