सरकार की पांच सालों की उपलब्धि, बालू, खनिज, पहाड़, जमीन लूटने का किया काम
Ranchi : नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर करारा हमला किया. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है. राज्य सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के बजाय तुष्टिकरण की राजनीति को धार देने में जुटी है. हेमंत सरकार में विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका कोई भी सुरक्षित नहीं है.
अमर बाउरी ने राज्य की चरमराई विधि-व्यवस्था पर चिंता जताई
यहां तक कि आम जनता भगवान से यह प्रार्थना करने को मजबूर है कि कब यह झूठी सरकार का राज खत्म हो. उन्होंने राज्य की चरमराई विधि-व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा की पिछले दो दिन में राज्य में एक दारोगा अनुपम कच्छप की गोली मार कर और अधिवक्ता गोपीकृष्णा की चाकू मार कर हत्या कर दी गयी. एक जनप्रतिनिधि वेद प्रकाश का निधन हो गया, जिन्हें कुछ दिन पहले अपराधियों ने गोली मार दी थी.
सदन में विधि-व्यवस्था पर कुछ नहीं बोले मुख्यमंत्री
हेमंत सरकार के कार्यकाल में 7000 से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया. यहां की सरकार द्व्रा आदिवासी छात्रों पर लाठियां चलवाने तक का काम किया गया है. राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए जगह तैयार का जा रही है. हर दिन 5 हत्याएं राज्य में हो रही हैं, लेकिन लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन के अंदर अपने कार्यकाल के अंतिम भाषण में विधि-व्यवस्था पर एक शब्द तक नहीं कहा.
नेता प्रतिपक्ष को बोलने के लिए सदन में नहीं मिला समय
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को अपनी बात रखने के लिए असीमित समय चाहिए. वहीं झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को बोलने तक नहीं दिया जा रहा. सदन के अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं और एक विधायक के प्रस्ताव को मानते हुए भाजपा के 18 विधायकों को निलंबित कर देते हैं, जो पूर्ण रूप से असंवैधानिक है.
भाजपा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायी है.
इसलिए भाजपा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायी है. कहा कि यह सरकार युवा विरोधी सरकार है, संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली सरकार है. लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित करने वाली सरकार है. अमर बाउरी कहा कि हेमंत सरकार ने पिछले पांच वर्ष में राज्य का बालू, खनिज, पहाड़, जमीन आदि को लूटने का काम किया.
जब विपक्ष ने सदन के अंदर सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल और चुनाव पूर्व वादे पर जवाब मांगा तो विपक्ष के 18 विधायकों को पहले तो निलंबित कर दिया और जब विधायकों ने अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठायी, तो सदन से जबरन बाहर करने का काम किया.
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