केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध
प्रदर्शन में रेलवे कर्मियों ने केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों पर जमकर हमला बोला. कोरोना और लॉकडाउन को एक अवसर साबित कर केंद्र की सरकार रेलवे को बेच रही है. निजी घरानों के इशारे पर रेल कर्मचारियों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है. इसी के आड़ में बहुत सारे भत्ते बंद कर दिए गए हैं. 43,600 रुपये से उपर के बेसिक वाले कर्मचारियों का रात्रि ड्यूटी भत्ता बंद कर दिया गया. इसे भी पढ़ें-झारखंड">https://lagatar.in/minorities-and-obc-residential-schools-to-be-opened-in-all-divisions-of-jharkhand/37918/">झारखंडके सभी प्रमंडलों में खुलेंगे एक-एक अल्पसंख्यक और OBC आवासीय विद्यालय रेल कर्मचारियों ने कहा कि कोरोना का रोना रोकर महंगाई भत्ते को पहले ही फ्रीज कर दिया गया है. सरकार अन्य उपक्रमों के साथ रेलवे का भी निजीकरण करने की ओर अग्रसर हो चुकी है. रांची रेल मंडल के अंतर्गत कुछ विभागों में तो प्रोन्नति रोक कर रखी गई है. इस प्रदर्शन में संगठन के मंडल अध्यक्ष रामजीत, सीएस कुमार, एसएन ठाकुर आदि उपस्थित थे. इसे भी देखें-
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