Chaibasa :कोरोना काल में जहां सरकार ग्रामीणों को रोजगार देने के मकसद से मनरेगा योजना पर जोर दे रही है, वहीं मनरेगा योजना अब लूट का केन्द्र भी बन गयी है. ताजा मामला पश्चिम सिंहभूम के सोनुआ प्रखंड से प्रकाश में आया है. यहां तीन माह पहले मनरेगा कूप का काम पूरा हो गया है. इसके बाद भी काम का डिमांड निकला जा रहा है और फर्जी मस्टर रोल के सहारे योजना राशि के गबन करने का प्रयास किया जा रहा है.
क्या है मामला
सोनुआ प्रखंड के पोड़ाहाट पचांयत के दसो मुर्मू की ज़मीन पर कूप का निर्माण का काम 3 महीने पहले पूरा हो गया. लेकिन अभी भी उस योजना में बिचौलिये द्वारा डिमांड करा के पैसा की निकासी की जा रही है. जिस योजना को बिचौलियों ने सरकारी राशि गबन करने की योजना बनाई, उसका योजना कोड – 3408014015/IF/7080901301493 है. इतना ही नहीं मनरेगा की अन्य योजनाओं में भी जिन मजदूर के नाम पर मस्टर रोल निकला जाता है, उन मजदूरों से काम नहीं लिया जाता है. हाल ही में इस योजना के नाम पर डिमांड डाले गये हैं. जिन मजदूरों के नाम पर डिमांड दिया गया है, उन मजदूरों का योजना का स्थल से करीबन 6 से 7 किमी दूर घर पड़ता है और मजदूर दूसरी पंचायतों के भी हैं.
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कोरोना काल में मनरेगा योजना का नहीं हो पा रहा निरीक्षण
सोनुआ प्रखंड में मनरेगा योजनाओं को आपदा में लूट मचाने का अवसर की तरह देखा जा रहा है. कई योजनाओं में अनियमितता बरती जा रही है. योजनाओं की नियमित जांच भी नहीं की जा रही है. इससे मनरेगा योजना में बिचौलियों की पैठ बढ़ती जा रही है.