Ranchi/Sarikela: मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने का बड़ा माध्यम है. इस योजना में मशीन का प्रयोग निषेध रहने के बाद भी खुलेआम जेसीबी का उपयोग किया जा रहा है. प्रखंड पदाधिकारियों की मिलीभगत से यह काम संभव है. ताजा मामला सरायकेला-खरसावां के नीमडीह प्रखंड स्थित आदरडीह पंचायत का है. यहां महेंद्र रजक की जमीन पर तालाब का निर्माण मनरेगा मद से किया जा रहा है. इस योजना का कार्य कोड 3409004010/IF/7080901357266 एवं वित्तीय वर्ष 2019-20 है.
योजना की प्राक्कलित राशि 4.60 लाख रुपये है. जिसमें महज 1 लाख 26 हजार 726 रूपये खर्च कर तालाब बना दिया गया. एमआईएस (management information system) में दर्ज सूचनाओं के अनुसार योजना में 02 दिसंबर 2019 से 08 जनवरी 2020 तक कार्य किया गया था.
सरकारी राशि गबन का खेल
मनरेगा योजना में मजदूरों से काम न करा के मशीन का प्रयोग कर तालाब बनाये गये हैं. अब पुन: फर्जी मस्टर रोल बना पैसे निकालने का खेल जारी है. प्रखंड कार्यालय की मिलीभगत से करीब 14 महीनों बाद 16 से 29 अप्रैल 2021 तक 25 मजदूरों के नाम मस्टर रोल में सृजित किये गये हैं. जबकि योजना में मार्च महीने के पहले सप्ताह में ही ट्रैक्टर एवं JCB से कार्य कराकर भौतिक रूप से काम पूर्ण कर ली गई है. इस योजना का क्रियान्वयन एजेंसी ग्राम पंचायत है.