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दर्जनभर से अधिक दिग्गज नेता हो गए साइडलाइन
Ranchi : झारखंड में भी लोकसभा चुनाव में दिलचस्प नजारा दिख रहा है. इसकी वजह यह है कि एनडीए और इंडी अलायंश में शामिल दलों ने इस बार 17 फ्रेश चेहरों पर दांव लगाया है. किसकी नैया पार लगेगी, यह देखना दिलचस्प होगा. चुनावी अखाड़े में सभी दम-खम दिखा रहे हैं. जनसंपर्क अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं दूसरी तरफ कई दिग्गज राजनेता हाशिए पर चले गए हैं. ऐसे नेताओं में भाकपा के भुवनेश्वर मेहता, कांग्रेस के फुरकान अंसारी, भाजपा के रवींद्र पांडेय, रवींद्र राय, कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय, भाजपा के पीएन सिंह, झामुमो के हेमलाल मुर्मू, राजद के घूरन राम, भाजपा के सुदर्शन भगत, बाबूलाल मरांडी, जयंत सिन्हा, सुनील सिंह झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, कांग्रेस के गोपाल साहू, मनोज यादव शामिल हैं.
भाजपा ने सात नए चेहरों पर खेला है दांव
भाजपा ने सात नए चेहरों पर दांव खेला है. बीजेपी 14 में से 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. एनडीए के घटक दल आजसू से एक बार फिर से चंद्रप्रकाश चौधरी मैदान में हैं. बीजेपी जिन 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उनमें सात सीटों पर नया चेहरा है. धनबाद से बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. दुमका से सीता सोरेन को टिकट दिया है. लोहरदगा से समीर उरांव को टिकट दिया है. हजारीबाग में मनीष जायसवाल ताल ठोंक रहे हैं. चतरा से इस बार कालीचरण सिंह चुनावी अखाड़े में हैं. राजमहल से इस बार ताला मरांडी को भाजपा ने मौका दिया है. वहीं सिंहभूम से गीता कोड़ा भाजपा की टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रही हैं.
पांच सिटिंग एमपी को ही मिला टिकट
भाजपा ने इस चुनाव में पांच सिटिंग एमपी को ही टिकट दिया है. जिन सिटिंग सांसदों को इस बार भी मौका दिया है, उनमें गोड्डा से निशिकांत दुबे, रांची से संजय सेठ, जमशेदपुर से विद्युत वरण महतो, खूंटी से अर्जुन मुंडा, कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी और पलामू से विष्णु दयाल राम शामिल हैं.
इंडी अलायंस में 10 नए चेहरे आजमा रहे अपनी किस्मत
इंडी अलायंस ने भी बीजेपी से एक कदम आगे बढ़कर 10 नए चेहरे पर दांव लगाया है. कांग्रेस ने इस बार रांची लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय पर दांव लगाया है. वहीं धनबाद से पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह की बहू अनुपमा सिंह को मैदान में उतारा है. चतरा में पिछली बार चुनाव लड़ चुके मनोज यादव की जगह इस बार केएन त्रिपाठी को मौका दिया है. भाजपा से कांग्रेस में आए विधायक जय प्रकाश भाई पटेल को पार्टी ने हजारीबाग से उम्मीदवार बनाया है. भाकपा माले ने विधायक विनोद सिंह को कोडरमा सीट दी है. राजद ने पलामू से ममता भुइयां को उम्मीदवार बनाया है. दुमका से झामुमो ने नलिन सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है. गिरिडीह में झामुमो से मथुरा महतो इस बार उम्मीदवार हैं. सिंहभूम सीट से जेएमएम ने जोबा मांझी को मौका दिया है. समीर मोहंती को झामुमो ने जमशेदपुर से उम्मीदवार बनाया है.
हाशिए पर चले गए ये दिग्गज राजनेता
शिबू सोरेनः झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन मैदान से बाहर हैं. वह 1977 से इस सीट पर लगातार लड़ते रहे और कुल आठ बार यहां से संसद पहुंचे. अब उनकी उम्र 80 साल है और सेहत भी ठीक नहीं है. ऐसे में उन्हें चुनाव मैदान से दूर होना पड़ा है.
सुबोधकांत सहाय : रांची लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे 75 वर्षीय सुबोधकांत सहाय 1984 से लगातार इस सीट पर लड़ते रहे हैं. इस बार भी उन्होंने अखाड़े में उतरने के लिए जमकर तोल ठोंकी, लेकिन पार्टी ने उनकी बेटी यशस्विनी सहाय को उम्मीदवार बनाया है.
पीएन सिंह : धनबाद सीट से लगातार तीन बार जीत दर्ज करने वाले भाजपा के सांसद पीएन सिंह भी उम्र के तकाजे की वजह से इस बार टिकट से वंचित रहे.
सुदर्शन भगत, जयंत सिन्हा और सुनील सिंहः लोहरदगा से लगातार तीन बार सांसद चुने गए सुदर्शन भगत, हजारीबाग से लगातार दो बार जीत दर्ज करने वाले जयंत सिन्हा और चतरा से दो बार के सांसद सुनील कुमार सिंह को पार्टी ने एंटी इन्कंबेंसी फैक्टर की वजह से टिकट नहीं दिया.
सुनील सोरेनः दुमका से शिबू सोरेन को मात देने वाले बीजेपी सांसद सुनील सोरेन का टिकट कट गया. भाजपा ने दुमका सीट पर सुनील सोरेन को उम्मीदवार घोषित कर दिया था, लेकिन बदली हुई सियासी परिस्थितियों में उनका टिकट वापस लेकर उनकी जगह सीता सोरेन को उतारा गया.
गोपाल साहू, मनोज यादव और सुभाष यादवः हजारीबाग सीट से 2019 के चुनाव में लड़ने वाले कांग्रेस के गोपाल साहू, चतरा सीट से इसी पार्टी के मनोज यादव, राजद के सुभाष यादव, कोडरमा सीट से भाकपा माले के राजकुमार यादव जैसे दिग्गज भी अलग-अलग सियासी परिस्थितियों की वजह से इस बार चुनाव मैदान में नहीं हैं.
बाबूलाल मरांडी : भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का इस बार चुनावी अखाड़े में न होना भी दिलचस्प सियासी परिस्थिति का नतीजा है. वह 2019 के चुनाव में कोडरमा सीट पर झारखंड विकास मोर्चा की ओर से उतरे थे, लेकिन भाजपा की अन्नपूर्णा देवी से भारी मतों के अंतर से पराजित हो गए थे. इस बार वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और स्टार प्रचारक के रूप में उसी अन्नपूर्णा देवी के लिए वोट मांग रहे हैं.
हेमलाल मुर्मू : राजमहल सीट पर 2019 में बतौर भाजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे हेमलाल मुर्मू इस बार चुनाव मैदान में नहीं हैं. वह भाजपा छोड़कर झामुमो में शामिल हो चुके हैं और ऐसी कोई सीट नहीं थी, जहां से उन्हें पार्टी उतार सके.
घूरन राम : पलामू में पिछली बार राजद के घूरन राम दूसरे नंबर पर रहे थे. वह इस बार चुनाव से कुछ दिन पहले भाजपा में शामिल हुए, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
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