LagatarDesk : आईटी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो इंफोटेक और माइंडट्री का विलय होने वाला है. दोनों कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इसे मंजूरी दे दी है. हालांकि अभी नियामकीय और अन्य मंजूरियां मिलनी बाकी है. यह इंडियन आईटी सेक्टर का सबसे बड़ा विलय माना जा रहा है. मर्जर के बाद यह कंपनी देश की 5वीं सबसे बड़ी आईटी कंपनी बन जायेगी. मर्जर के बाद लार्सन एंड टुब्रो की एलएंडटी इंफोटेक में 68.73 प्रतिशत हिस्सेदारी रह जायेगी. (झारखंड की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
‘एलटीआई माइंडट्री’ होगा कंपनी का नया नाम
मर्जर के बाद नयी कंपनी का नाम ‘एलटीआई माइंडट्री’ रखा जायेगा. डील के अनुसार, माइंडट्री के हर 100 शेयरों के लिए एल एंड टी इंफोटेक के 73 शेयर इश्यू किये जायेंगे. एलएंडटी इंफोटेक के नये शेयरों की ट्रेडिंग बीएसई और एनएसई में होगी. मर्जर वाली कंपनी एलटीआई माइंडट्री की कमान देबाशीष चटर्जी (डीसी चटर्जी) संभालेंगे. एलएंडटी के सीईओ संजय जलोना ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कंपनी से इस्तीफा दे दिया है.
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18 अरब डॉलर होगा कंपनी का मार्केट कैप
मर्जर के बाद ‘एलटीआई माइंडट्री’ का मार्केट कैप करीब 18 अरब डॉलर का होगा. जो ग्लोबल आईटी कंपनियों को टक्कर देने में सक्षम होगी. साथ ही ग्लोबल स्तर पर बड़ी डील हासिल करने में भी कारगर रहेगी. साथ ही इसकी आमदनी में भी इजाफा होगा. संयुक्त रूप से कंपनी का राजस्व करीब 3.5 अरब डॉलर होगा.
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एलएंडटी ने 2019 में किया था माइंडट्री का अधिग्रहण
बता दें कि एलएंडटी ने 2019 में माइंडट्री का अधिग्रहण किया था. इसमें एलएंडटी की 61 फीसदी हिस्सेदारी है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, माइंडट्री का मार्केट कैप 7.21 अरब डॉलर है. जबकि एलएंडटी इंफोटेक का मार्केट वैल्यूएशन 10.45 अरब डॉलर है.
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