New Delhi : मालदीव में शनिवार को 14 साल के ब्रेन ट्यूमर के मरीज उस बच्चे की मौत हो गयी, जिसे भारत ने डोर्नियर विमान से एयरलिफ्ट करने की पेशकश की थी. खबरों के अनुसार मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारतीय डॉर्नियर एयरक्राफ्ट के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी. इसके कारण समय रहते बच्चे को बचाया नहीं जा सका.
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बच्चे को स्ट्रोक आया था, उसकी हालत गंभीर हो गयी
जानकारी के अनुसार इस बच्चे को स्ट्रोक आया था. उसकी हालत गंभीर हो गयी. उसके परिवार ने आसंधा कंपनी लिमिटेड से बच्चे को मालदीव की राजधानी माले एयरलिफ्ट करने के लिए एयर एंबुलेंस मांगी थी. इसके लिए उन्होंने बुधवार, 17 जनवरी रात से ही एयरलिफ्ट की रिक्वेस्ट की थी. लेकिन, गुरुवार सुबह तक किसी तरह का जवाब नहीं आया. 16 घंटे बाद आसांधा कंपनी ने बच्चे को एयरलिफ्ट किया और उसे ICU में भर्ती कराया गया, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका.
इमरजेंसी निकासी की अपील करने के 16 घंटे बाद उसे माले लाया गया
मालदीव की मीडिया में प्रकाशित लड़के के पिता के बयान में कहा गया है कि बेटे को स्ट्रोक आने के तुरंत बाद हमने उसे माले ले जाने के लिए आइलैंड एविएशन को फोन किया, मगर हमारी कॉल का जवाब नहीं मिला. कहा कि गुरुवार सुबह 8.30 बजे हमारे फोन का जवाब दिया गया, जबकि ऐसे मामलों का समाधान एयर एम्बुलेंस है. पिता ने कहा, इमरजेंसी निकासी की अपील करने के 16 घंटे बाद उसे माले लाया गया. लेकिन चिकित्सक मेरे बच्चे को बचा नहीं पाये.
आसंधा कंपनी लिमिटेड का सफाई वाला बयान आया
इस संबंध में आसंधा कंपनी लिमिटेड का सफाई वाला बयान आया है. इसमें कहा गया कि आपातकालीन निकासी की अपील मिलने के तुरंत बाद हमने प्रक्रिया शुरू कर दी थी, मगर दुर्भाग्य से कि अंतिम क्षण में उड़ान में तकनीकी समस्या आने के कारण उसे नहीं भेजा सका. जान लें कि बच्चे की मौत की खबर ऐसे समय सामने आयी है, जब भारत और मालदीव के रिश्ते में खटास आ गयी है.