Ranchi : रविवार को गुड्डू कृषक विद्यालय में शहीद विशुन महतो की 35वीं शहादत दिवस मनायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत विशुन महतो की प्रतिमा पर मल्यार्पण कर किया गया. श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की शहीद विशुन महतो 80 के दशक में रांची के लोकप्रिय नेताओं में से थे. इनकी अपार लोकप्रियता से डरकर ही इनकी हत्या कर दी गई.
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लेकिन राजनीतिक हत्याओं से विचारों का अंत सम्भव नहीं है. आज उनके हत्यारों का राजनीतिक तौर पर सफाया हो गया है. उनकी शहादत झारखंड के जल, जंगल और जमीन के आंदोलन के लिए हमेशा प्रेरणा का श्रोत बना रहेगा. मालूम हो कि वामपंथी किसान नेता विशुन महतो की हत्या तिलता चौक में वर्ष 1985 में कर दी गई थी. वे संघर्षों के कारण लंबे समय तक जेल में भी रहे. जेल से रिहा होने के बाद पहली बार में ही महज कुछ वोटो से विधान सभा चुनाव हारे थे.