विद्यालय का भवन जर्जर है
बता दें कि कि विद्यालय का भवन वर्तमान समय में काफी जर्जर अवस्था में है. उक्त विद्यालय के +2 में उत्क्रमित होने एवं भवन की जर्जर अवस्था में होने पर तत्कालीन झारखंड सरकार द्वारा विद्यालय के नए भवन के निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2009 में दी गई थी. इसकी लागत करोड़ों में थी. लेकिन विभाग के अभियंताओं के द्वारा राशि गबन कर ली गई. यह मामला निगरानी थाने में दर्ज है. वर्तमान समय में जांच जारी है. इसे भी पढ़ें- ये">https://lagatar.in/what-an-online-system-dr-shukla-mohanty-is-still-the-principal-of-womens-university-on-the-chancellors-portal-on-online-enrolment/">येकैसा ऑनलाइन सिस्टम: नामांकन तो ऑनलाइन पर चांसलर पोर्टल पर अब भी डॉ शुक्ला मोहांती ही वीमेंस यूनिवर्सिटी की प्रिंसिपल बताया कि इस वजह से कई वर्ष बीतने के बावजूद उक्त भवन का निर्माण आज भी अधूरा है. विद्यालय में सैकड़ों छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. भवन की कमी के कारण विद्यालय में पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित करने में काफी असुविधा हो रही है. कुछ दिन पूर्व विद्यालय प्रबंधन ने विधायक को इस बात से अवगत कराया था. उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए आज इस मुद्दे को सदन में उठाते हुए यथाशीघ्र अधूरे पड़े भवन का निर्माण पूरा करने की मांग की. इसे भी पढ़ें- युवा">https://lagatar.in/young-bhajmo-gave-a-mahadharna-on-the-demand-of-24-hours-electricity-at-birsanagar-office-of-electricity-department/">युवा
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