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हेमंत सोरेन समेत 15 विपक्षी नेताओं को ममता ने लिखी चिट्ठी- लोकतंत्र बचाने के लिए BJP के खिलाफ एकजुट हों

Kolkata : तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%AE%E0%A4%A4%E0%A4%BE_%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A5%80">ममता

बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले बुधवार को विपक्षी दलों के 15 नेताओं को चिट्ठी लिखी है. ममता ने इस चिट्ठी के जरिये विपक्षी दलों से लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होने की अपील की है. जिन नेताओं को पत्र लिखा गया है, उनमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A5%87%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%A8">हेमंत

सोरेन भी शामिल हैं.

गैर भाजपा नेताओं को ममता ने भेजा व्यक्तिगत पत्र

मंगलवार की शाम नंदीग्राम में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद ममता ने बुधवार को गैर-बीजेपी नेताओं को व्यक्तिगत रूप से पत्र भेजा. इस चिट्ठी में सभी विपक्षी दलों से लोकतंत्र को बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की बात कही गयी है. अपनी चिट्ठी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा है कि मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर बीजेपी के हमलों के खिलाफ एकजुट और असरदार संघर्ष का वक्त आ गया है.

दीदी ने संसद में पारित हुए NCT अधिनियम का जिक्र किया

जिन नेताओं को ममता ने चिट्ठी लिखी है, उसमें सोनिया">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A5%80">सोनिया

गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक शामिल हैं.  ममता ने अपने पत्र में ख़ास तौर पर हाल ही में संसद में पारित हुए NCT अधिनियम का ज़िक्र किया है. मधुपुर">https://lagatar.in/madhupur-by-election-jmm-executive-committee-and-legislators-meeting-to-be-held-on-saturday-hemant-will-be-present/43984/">मधुपुर

उपचुनाव:  शनिवार को होगी JMM कार्यकारिणी समिति और विधायकों की बैठक, हेमंत रहेंगे मौजूद

बंगाल में गुरुवार को 30 सीटों पर होना है मतदान

बंगाल में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 30 सीटों पर 171 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला गुरुवार को होगा. इनमें दक्षिण 24 परगना की 4, पश्चिम मेदिनीपुर की 9, बांकुड़ा की 8 और पूर्व मेदिनीपुर की 9 सीटें हैं. 5 साल पहले 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने इन 30 सीटों में से 22 यानी 73 फीसदी सीटें जीती थीं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्थिति पूरी तरह से बदल गयी. बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था.  

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