alt="" width="450" height="300" /> घटना की जानकारी देते गांव के लोग.[/caption] इसे भी पढ़ें : किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-organized-a-three-day-football-competition-from-march-27-in-jojogutu-village/">किरीबुरु
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क्या है मामला
गांव के पूर्व ग्राम प्रधान सुनील हेम्ब्रम के अनुसार रविवार को बचमगुटु गांव के चबूतरा में ग्रामीण बाहा पर्व मनाने को लेकर एक बैठक कर रहे थे. इसी दौरान एक अनजान व्यक्ति को गांव की सड़क से गुजरते देखा गया. उसके बाद ग्रामीणों ने उसे बैठक में बुलाकर पूछताछ की. तब व्यक्ति ने अपना नाम प्रसाद चंपिया बताते हुए कहा कि वह ईसाई धर्म का प्रचारक है और वह प्रचार करने आया है. उसने तेज स्वर में यह भी कहा कि आप लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते. साथ ही बताया कि वह प्रत्येक रविवार को गांव में धर्म का प्रचार करने आता है. साथ ही गांव में वह चर्च का निर्माण भी करा रहा है. इसी बात पर बात बढ़ गई और ग्रामीणों ने उसे बंधक बना लिया. बाद में थाना प्रभारी अमित कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रसाद चंपिया को अपने साथ ले गए.आठ साल पहले भी हुआ था विवाद
जानकारी के मुताबिक धर्म परिवर्तन को लेकर सरना व ईसाई धर्म के लोगों के बीच साल 2014 में भी विवाद हुआ था. तब थाना में समझौता हुआ था कि गांव में धर्म परिवर्तन का कार्य नहीं करना है और न ही गांव में चर्च का निर्माण करना है. इसके बावजूद ताजा मामले ने एक बार फिर पुराने विवाद को हवा दे दी है. भुक्तभोगी धर्म प्रचारक प्रसाद चंपिया ने थाना में कहा कि उसे नहीं मालूम था कि इस मुद्दे को लेकर पूर्व में कोई विवाद हुआ था. इसे भी पढ़ें : चक्रधरपुर">https://lagatar.in/chakradharpur-luck-changes-with-hard-work-mla-sukhram/">चक्रधरपुर: मेहनत से बदलती है किस्मत: विधायक सुखराम [wpdiscuz-feedback id="ga7zn7btsd" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

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